बदरीनाथ में मास्टर प्लान के नाम पर व्यापारियों के साथ यह कैसा व्यहार किया जा रहा है–
बदरीनाथः बदरीनाथ धाम में तीन पीढ़ी से चल रही पुश्तैनी दुकानें मास्टर प्लान के नाम पर ध्वस्त कर दी गई हैं, कई दुकानों के मालिक मौके पर न होने के बावजूद भी दुकानों का ताला तोड़कर वहां रखा सामान नष्ट कर दिया गया है, धाम में व्यापारियों के साथ यह कैसा अन्याय हो रहा है, पीड़ित व्यापारियों ने प्रदेश सरकार को मामले का शीघ्र संज्ञान लेने की मांग की है, बुधवार को धाम में मुख्य सचिव डा. एसएस संधु मास्टर प्लान के कार्यों को देखने पहुंचे तो व्यापारियों ने उनके सम्मुख जमकर आक्रोश जताया. पीड़ित व्यापारियों ने कहा कि मास्टर प्लान के कार्यों का विरोध नहीं है, लेकिन उन्हें शीघ्र बर्बाद हुए लाखों रुपये की सामग्री का मुआवजा दिए जाने और अन्य जगह पर दुकानें शिफ्ट करने की जगह उपलब्ध कराने की मांग की है.
व्यापार संघ अध्यक्ष विनोद नवानी, अजय कृष्ण मेहता, विनोद डिमरी, विपुल डिमरी, प्रकाश खंडूरी, बलदेव मेहता, कैलाश बिष्ट, हेम जोशी आदि ने कहा कि उन्हें दुकानें हटाने के लिए एक सप्ताह से भी कम का समय दिया गया, उन्हें पूर्व में दुकानें हटाने की कोई सूचना नहीं दी गई, इस यात्रा के लिए धाम में लाखों का सामान पहुंच गया है, अब उस सामान को कहां डालेंगे, व्यापारी एक झटके में बेरोजगार हो गए हैं, यह व्यापारियों के साथ सरासर अन्याय है,
कहा गया कि प्रकाश पंचपुरी व राजेंद्र प्रसाद अभी बदरीनाथ ही नहीं पहुंचे हैं, लेकिन उनकी दुकान का ताला तोड़कर सामान बाहर कर दिया गया है, कहा गया कि बदरीनाथ में 100 से अधिक व्यापारी व 400 से अधिक परिवारों के सम्मुख रोजी रोटी का संकट गहरा गया है, पीड़ित व्यापारियों की कोई सुनने वाला नहीं है, उन्होंने मुख्य सचिव के सम्मुख अपना आक्रोश प्रकट किया था, मुख्य सचिव ने उन्हें अस्थाई दुकानें आवंटित करने और बाद में स्थाई दुकानें दिए जाने का भरोसा दिलाया है.