ग्यारह सौ किलोमीटर तक साइकिल से यात्रा कर केदारनाथ, तुंगनाथ और रुद्रनाथ पहुंचा लवकेश–
चमोलीः मन में साहसिक यात्रा का जुनून लेकर गाजियाबाद से उत्तराखंड पहुंचा लवकेश राणा इन दिनों साइकिल से पहाड़ की दुर्गम पगडंडियों को नाप रहा है। अभी तक लवकेश साइकिल से 1100 किलोमीटर का सफर कर केदारनाथ व तुंगनाथ की यात्रा कर रुद्रनाथ पहुंचा है। 22 साल का लवकेश गाजियाबाद का रहने वाला है और एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। नौ मई को लवकेश गाजियाबाद से उत्तराखंड की साहसिक यात्रा पर पहुंचा था, वह साइकिल से केदारनाथ की दुर्गम चढ़ाई को पार कर भोलेनाथ के दरवार में मत्था टेकने पहुंचा। 15 मई को केदारनाथ से लौटने के बाद वह 16 को तुंगनाथ मंदिर तक पहुंचा। इसके बाद बुधवार को उसने चतुर्थ केदार रुद्रनाथ की यात्रा शुरू की।
रुद्रनाथ मंदिर सगर गांव से 24 किलोमीटर की पैदल दूरी पर स्थित है, रुद्रनाथ का पैदल ट्रेक कई जगहों पर बेहद संकरा और खड़ी चढ़ाईनुमा है, यहां पनार बुग्याल तक करीब पांच किलोमीटर की दूरी चट्टानी भाग से होते हुए गुजरती है, साहसिक यात्रा का शौकीन लवकेश अपराह्न तीन बजे तक दुर्गम पगडंडियों को साइकिल से नापते हुए 10 किलोमीटर की दूरी तय कर ल्वींठी बुग्याल पहुंच गया है। लवकेश का कहना है कि पहाड़ में वाहनों का अत्यधिक संचालन हिमालय क्षेत्र को नुकसान पहुंचा रहा है, संदेश देना चाहता हूं कि लोग विकल्प के तौर पर साइकिल या पैदल यात्रा कर सकते हैं। साइकिल से साहसिक यात्रा करना उसका शौक भी है। लवकेश के इस जुनून को देखकर अन्य तीर्थयात्री और स्थानीय लोग भी अचंभित हैं। लोगों का कहना है कि इस युवा ने असंभव को भी संभव कर दिया है, भोलेनाथ की इस पर असीम कृपा है।