चमोली। चीन सीमा पर दुश्मन देश की निगेहबानी के साथ ही भारतीय सेना के जवान सड़कों की दुश्वारियों से भी जूझ रहे हैं। बदरीनाथ हाईवे इन दिनों कई जगहों पर क्षतिग्रस्त है। जिन्हें पार कर जवान सेना के वाहनों से अपने गंतव्य को पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को बदरीनाथ हाईवे पर लामबगड़ नाले में वाहनों की आवाजाही न होने से जवानों को कई घंटों इंतजार करना पड़ा। यहां नाला ऊफान पर आने से हाईवे तहस-नहस पड़ गया। हाईवे क्षतिग्रस्त होने से देश के अंतिम गांव माणा से जोशीमठ की तरफ आ रहे जवानों के वाहन भी यहां रूक गए। लोक निर्माण विभाग के एनएच डिवीजन की मशीनों और मजदूरों के साथ सेना के जवानों ने भी हाईवे को खुलवाने में भरपूर मदद की। जवानों ने नाले में पत्थरों का भरान किया और सड़क को वाहनों के जाने लायक बनाया। करीब दो घंटे तक यहां जवान रुके रहे। रात को बारिश होने पर बदरीनाथ हाईवे कई जगहों पर बाधित हो रहा है, जिससे स्थानीय जनता के साथ ही सेना के जवानों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हनुमान चट्टी से कंचन गंगा तक भी कई जगहों पर ऑलवेदर रोड की कटिंग से हाईवे बदहाल स्थिति में है। यहां मिट्टी दलदल में तब्दील हो गई है, जिससे वाहनों की आवाजाही में दिक्कतें आ रही है। टैय्या पुल, विष्णुप्रयाग, गुलाबकोटी, पागल नाला और क्षेत्रपाल में भी हाईवे बेहद खस्ता हालत में है।