खतरे में संस्कृत ग्राम किमोठा, गांव की सुध लो सरकार–

by | Aug 5, 2021 | आपदा, चमोली | 0 comments

चमोली। पोखरी विकास खंड का संस्कृत ग्राम किमोठा गदेरे और सड़क से हो रहे भूस्खलन और भूकटाव से खतरे में है। गांव को सड़क से खतरा उत्पन्न हो गया है। किमोठा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि जौरासी-तोणजी सड़क का गलत समरेखण हुआ है। सड़क पर सुरक्षा दीवार और नालियों का निर्माण नहीं होने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। सड़क का पानी और मलबा तोणजी गांव तक पहुंच रहा है। दो सप्ताह से जौरासी-तोणजी सड़क भी अवरूद्घ है, जिससे ग्रामीण मीलों दूरी पैदल आवाजाही करने को मजबूर हैं। लोग दैनिक जरूरत के सामाने के लिए दस किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय कर चांदनीखाल बाजार पहुंच रहे हैं। किमोठा गांव के ग्राम प्रधान मधुसूदन किमोठी के साथ ही विनोद लाल, तोणजी के प्रधान मुकेश नेगी, उप प्रधान दिगपाल सिंह, महिला मंगल दल अध्यक्ष गणेशी देवी, सत्येंद्र नेगी, मातवर सिंह और हुकुम नेगी ने किमोठा गांव की सुरक्षा के लिए सुरक्षा दीवार के निर्माण की मांग उठाई है। गांव की सुरक्षा जल्द की जाए। कहा कि जौरासी सड़क के किनारे नाली ‌और स्कबर का निर्माण भी किया जाए, जिससे बरसात में पानी की निकासी हो सके। ———————————————-

रौता गांव के स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने कनकचौंरी-रौता मोटर मार्ग की दशा को सुधारने की मांग की है। भाजपा नगर मंडल के मंत्री बीरबल सिंह नेगी, नगर मंडल अध्यक्ष ‌जितेंद्र सती, कुलदीप सिंह, लखपत सिंह रावत, प्रदीप सिंह, सज्जन सिंह और वीरेंद्र सिंह ने इस संबंध में जिले के प्रभारी मंत्री व पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज को ज्ञापन भेजा है। उन्होंने कहा कि जुलाई माह के शुरूआत से ही सड़क भूस्खलन के कारण बंद पड़ी हुई है। उन्होंने सड़क को जल्द खुलवाने और इसके रख रखाव का जिम्मा लोनिवि से हटाकर पीएमजीएसवाई को दिए जाने की मांग उठाई है। 

error: Content is protected !!