आक्रोशः वन आरक्षी के निलंबन पर वन आरक्षी संगठन में उबाल– 

by | Oct 15, 2022 | आंदोलन, चमोली | 0 comments

बदरीनाथ वन प्रभाग के परिसर में चमोली और रुद्रप्रयाग के वन आरक्षियों ने किया धरना-प्रदर्शन, यह है मामला– 

गोपेश्वर। वन आरक्षी नारायण सिंह रावत की ससम्मान वापसी की मांग पर चमोली और रुद्रप्रयाग के वन आरक्षियों ने गोपेश्वर में प्रदर्शन किया।  

नंदप्रयाग क्षेत्र के अंतर्गत वन वीट में इसी वर्ष के फरवरी माह में पेड़ों के अवैध पातन के कारण वन आरक्षी नारायण सिंह रावत को निलंबित किया गया था। मौजूदा समय में वह बदरीनाथ वन प्रभाग के मध्य पिंडर रेंज थराली में संबद्घ है।

वन आरक्षी संगठन का आरोप है कि वन विभाग की ओर से पीड़ित को प्रत्यावेदन तक का मौका नहीं दिया गया। अभी तक जांच रिपोर्ट सार्वजनिक किए बिना कर्मचारी को निलंबन की कार्रवाई से जूझना पड़ रहा है। इस बीच उन्हें आधी वेतन भी निर्गत नहीं की गई। जिससे कर्मचारी को मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न से गुजरना पड़ रहा है।

इसी मामले को लेकर शनिवार को चमोली और रुद्रप्रयाग के वन आरक्षी जुलूस के साथ बदरीनाथ वन प्रभाग परिसर में पहुंचे और यहां धरना-प्रदर्शन किया गया। संगठन के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह बर्त्वाल ने कहा कि यदि वन आरक्षी की बहाली, आधी वेतन और जांच की कार्रवाई शीघ्र बंद नहीं की गई तो आंदोलन तेज कर दिया जाएगा।

इस मौके पर संरक्षक प्रकाश नेगी, कल्पेश्वर भंडारी, राजेंद्र रावत, जिला संयुक्त मंत्री आशुतोष पुरोहित, प्रेम सिंह बिष्ट, सीमा, विक्रम भंडारी, प्रकाश कंडारी, आनंद सिंह रावत, मनमोहन भंडारी, तुलाराम सती, हीरा सिंह राणा आदि मौजूद रहे।

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