चमोलीः लोकगायिका हेमा करासी के गीतों ने झुमाया, राम बनवास न रुलाया–

by | Nov 11, 2022 | चमोली, संस्कृति | 0 comments

रामलीला मंचन में आयोजित हुई लोक गायिका हेमा नेगी करासी की सांस्कृतिक संध्या– 

गोपेश्वरः  संयुक्त रामलीला मंच की ओर से रामलीला मंचन के दौरान दर्शकों के मनोरंजन की भरपूर व्यवस्था की जा रही है। प्रत्येक दिन रामलीला शुभारंभ से पूर्व लोक कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी जा रही हैं। बुधवार को राम बनवास के मंचन से पहले लोक गायिका हेमा नेगी करासी की संस्कृतिक संध्या का आयोजन हुआ। इस आयोजन को देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।

बदलता गोपेश्वर ऑन लाइन पेज पर भी दर्शक देर रात तक कार्यक्रम का लुत्फ उठाते रहे। हेमा नेगी करासी ने मेरी बामणी, बामणी, मेरी बामणी.., कौरवों की सेना हो, गिर गेंदुवा.., शिवजी का बग्वान फूल खिल्या छन.., चेता की चेत्वाल्या.., जागी नंदा, पाणी का पंदेरों.. जैसे गीतों की शानदार प्रस्तुतियों पर दर्शकों को खूब झुमाया।

इसके बाद आयोजित रामलीला मंचन में राम वनवास की लीला हुई। श्रीराम, लक्ष्मण और सीता के वन जाने के दृश्य को देख कई दर्शकों की आंखें झलक उठी। इस मौके पर संयुक्त रामलीला मंच के अध्यक्ष अनूप पुरोहित, पीयूष विश्नोई, देवेंद्र गौड़, हेमंत दरमोड़ा, नितिन अरोड़ा, शांति प्रसाद नौटियाल, जगमोहन सिंह, कैलाश तिवारी आदि मौजूद रहे। संचालन पत्रकार व साहित्यकार राजकुमार तिवारी ने किया।

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