डीएम ने वन पंचायतों और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर आयोजित की बैठक–
गोपेश्वरः बुधवार वन पंचायतों और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर आयोजित बैठक में जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने वन पंचायतों से संबंधित सभी अभिलेख एक सप्ताह में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसके लिए वन और राजस्व विभाग को आपस में समन्वय बनाकर काम करने के निर्देश दिए। बैठक में गैरसैंण के तहसीलदार के अनुपस्थित होने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
उच्च न्यायालय नैनीताल में दायर रिट याचिका में पारित आदेशों के क्रम में वन पंचायातों के गठन संबंधी अभिलेख ऑनलाइन करने व जिले में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। डीएम ने कहा कि सभी एसडीएम तहसीलों में वन पंचायतों के गठन संबंधी अभिलेखों की जांच कर वन विभाग को उपलब्ध कराएं। जिन वन पंचायतों के नाम खतौनी में दर्ज हैं, लेकिन उनके अभिलेख उपलब्ध नहीं हैं उनका सत्यापन कराया जाए।
डीएम ने निर्देश दिए कि सभी ग्राम पंचायतों और जिला पंचायत से कूड़ा निस्तारण के संबंध में प्रमाण पत्र लिए जाएं। सभी निकायों को कूड़ा निस्तारण, घर-घर कूड़ा एकत्रित करने पर विशेष फोकस करने और नगर को डस्टबीन फ्री करने के निर्देश दिए। सभी को हिदायत देते हुए कहा कि इसपर गंभीरता से काम करें। एआरटीओ को निर्देश दिए कि सभी प्राइवेट और पब्लिक वाहनों डस्टबीन लगवाने के निर्देश दिए। बैठक में केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के डीएफओ इंद्र सिंह नेगी, डीएफओ सर्वेश कुमार दूबे, डीएफओ बी मार्तोलिया, सीडीओ डा. ललित नारायण मिश्र, अपर जिलाधिकारी अभिषेक त्रिपाठी, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक सैनी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।