तपोवन जल विद्युत परियोजना के एक हजार से अधिक मजदूर घर में बैठने को मजबूर, प्रभावितों की श्रेणी में रखने की मांग रखी–
जोशीमठः एनटीपीसी की तपोवन-विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के निर्माण में लगे लगभग 1100 मजदूर भी पिछले एक माह से बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। कारण यह है कि जोशीमठ भू धंसाव के बाद से तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना का निर्माण कार्य ठप पड़ा है, जिससे मजदूरों को वेतन का भुगतान नहीं हो पा रहा है।
एचसीसी कंपनी ने कार्यालय के बाहर नो वर्क नो पेमेंट का बोर्ड चश्पा कर दिया है, जबकि रित्विक कंपनी की ओर से मजदूरों की उपस्थिति तो दर्ज की जा रही है, लेकिन अभी तक पैसे का भुगतान नहीं किया है। ऐसे में मजदूरों के सामने रोटी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
मजदूर यूनियन ने जोशीमठ की एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर उन्हें भी प्रभावित परिवारों की श्रेणी में रखने की मांग की है। मजदूरों का कहना है कि सरकार ने परियोजना का काम तो रुकवा लिया है, लेकिन उनकी समस्या को ध्यान में नहीं रखा गया है।
जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव के लिए एनटीपीसी की तपोवन जल विद्युत परियोजना को भी जिम्मेदार ठहराया गया, जिसे लेकर पांच जनवरी को स्थानीय लोगों ने चक्काजाम कर परियोजना कार्य को तत्काल रोकने की मांग उठाई, जिस पर जिला प्रशासन ने अग्रिम आदेशों तक परियोजना कार्य रोक लिया। जिस कारण पिछले एक माह से परियोजना कार्य ठप पड़ा है।