वनाग्नि के लिहाज से चमोली में 39736.62 हेक्टेयर जंगल अति संवेदनशील–

by | Feb 24, 2023 | चमोली, समस्या | 0 comments

वनाग्नि की रोकथाम को बनाए 106 क्रू स्टेशन, पढ़ें पिछले साल कितना जंगल हुआ था आग से स्वाह–  

गोपेश्वर। चमोली जनपद में वनाग्नि को रोकने के लिए समस्त वन प्रभागों में 106 क्रू स्टेशन बनाए गए हैं। सभी क्रू स्टेशनों पर फायर वाचर की तैनाती भी सुनिश्चित कर दी गई है। बदरीनाथ वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी सर्वेश कुमार दूबे ने कहा कि जंगलों आग लगने की घटनाएं कम से कम हो,

इसके लिए कर्मचारियों के साथ कई दौर की बैठकें भी कर दी गई हैं। उन्होंने वनाग्नि को रोकने में आ रही व्यवहारिक परेशानी बताते हुए प्रभागीय वनाधिकारी ने वन कर्मियों से जन सहयोग मांगा है। 

चमोली जनपद में 506094.473 हेक्टेयर वन क्षेत्र है, जिसमें 161547.25 हेक्टेयर संवेदनशील और 39736.62 हेक्टेयर अति संवेदनशील वन क्षेत्र है। वर्ष 2022 में वनाग्नि की 147 घटनाएं हुई थी, जिसमें 190.75 हेक्टेयर जंगल वनाग्नि की भंट चढ़ गया था।

प्रभागीय वनाधिकारी सर्वेश दूबे ने कहा कि कहीं भी वनाग्नि की घटनाओं की जानकारी प्राप्त होने पर आग बुझाने का काम शुरु कर दिया जाएगा। कहा कि वनों को आग के हवाले करने वालों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

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