इन विद्यालयों में एक-एक है छात्र संख्या, सरकारी विद्यालयों की दयनीय स्थिति–
गोपेश्वरः चमोली जनपद में सरकारी विद्यालयों में छात्रों की संख्या घटती जा रही है। नए शिक्षण सत्र में जनपद के 73 प्राथमिक और 13 जूनियर हाईस्कूल बंदी के कगार पर हैं। शिक्षा विभाग ने इस विद्यालयों की रिपोर्ट शासन को भेज दी है। जिले में छह विद्यालय ऐसे हैं जहां पर एक-एक छात्र संख्या है। ये विद्यालय हैं- प्राथमिक विद्यालय कोट विकासखंड नारायणबगड़, प्राथमिक विद्यालय कुश विकासखंड नारायणबगड़, प्राथमिक विद्यालय अंगोत, विकासखंड कर्णप्रयाग
,प्राथमिक विद्यालय भैंरा विकासखंड दशोली, प्राथमिक विद्यालय बमण बेरा विकासखंड देवाल और प्राथमिक विद्यालय सौरीगाड़ विकासखंड देवाल।
चमोली जनपद में 919 प्राथमिक विद्यालय संचालित हो रहे हैं। शासन की ओर से विद्यालयों में छात्र संख्या का मानक पांच से अधिक है। पांच या उससे कम होने पर विद्यालयों को बंद कर वहां के छात्र-छात्राओं को नजदीकी विद्यालय में मर्ज किया जाता है। वर्तमान में चमोली जिले में 73 प्राथमिक और 13 जूनियर हाईस्कूल ऐसे हैं जिनकी छात्र संख्याा पांच या उससे कम है। ऐसे में अब शिक्षा विभाग इन विद्यालयों को आसपास के विद्यालयों में मर्ज करने पर विचार कर रहा है। यदि विद्यालय बंद होते हैं तो यहां पढ़ने वाले करीब 200 छात्र-छात्राओं को दूसरे विद्यालयों में जाना पड़ेगा। विद्यालय दूर होने की स्थिति में छोटे बच्चों को काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है। जिले में दो प्राथमिक विद्यालय नंदनपुर कर्णप्रयाग और आलीडुंगरी नारायणबगड़ बीच सत्र में बंद हो गए थे। यहां पढऩे वाले छात्र-छात्राओं ने दूसरे विद्यालयों में प्रवेश ले लिया था।