अटैचमेंट का खेलः यहां शिक्षकों को तरस रहे स्कूल, यूपी, बिहार, दिल्ली में अटैच हैं उत्तराखंड के ये शिक्षक–

by | Mar 17, 2023 | चमोली | 0 comments

 

6 से लेकर 14 साल से दूसरे राज्यों में प्रतिनियुक्ति पर जमे हं पहाड़ के ये ‌शिक्षक, शिक्षा विभाग की खुली पोल–  

गैरसैंणः उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात शिक्षक पिछले छह से 14 साल तक राज्य के बाहर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे राज्यों में प्रतिनियुक्ति पर जमे हुए हैं। उत्तराखंड के जिन शिक्षकों की तैनाती धारचूला, भीमताल, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग के दुर्गम क्षेत्रों में है वह करीब 6 साल से लेकर 14 साल से दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में सेवाएं दे रहे हैं। गैरसैंण में विधानसभा सत्र के दौरान प्रश्नकाल में विधायक दिलीप रावत के सवाल ने इन शिक्षकों और शिक्षा विभाग की पोल खोलने का काम किया है।

विधायक दिलीप रावत ने सवाल लगाया था कि उत्तराखंड शिक्षा विभाग में कितने शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर कहां तैनात हैं यह शिक्षक कब से प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं इनके जवाब में शिक्षा विभाग से दी गई जानकारी के अनुसार एक शिक्षक 2009 से दिल्ली, छह उत्तर प्रदेश और एक बिहार में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

शिक्षा विभाग ने प्रतिनियुक्ति अवधि समाप्त होने पर शिक्षकों को बुलाए जाने को 25 नवंबर 2022 को आदेश जारी किया था, अंजू धपोला, सहायक अध्यापक, धारचूला की प्रतिनियुक्ति 2009 से राज्य सूचना केंद्र दिल्ली में हुई जबकि जेपी पांडे प्रवक्ता जीआईसी भीमताल जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी अंबेडकर नगर यूपी में 1998 से प्रतिनियुक्ति पर हैं।

जीआईसी रुद्रप्रयाग के प्रवक्ता ओपी नौटियाल भी 2011 के 19 अगस्त से उत्तराखंड विज्ञान अनुसंधान केंद्र देहरादून में जमे हुए हैं ऐसे ही पौड़ी, उधम सिंह नगर, देहरादून, जखोली, पौड़ी, चंपावत, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी और हरिद्वार से भी कई प्रवक्ता और सहायक अध्यापक प्रतिनियुक्ति पर सालों से मैदानी क्षेत्रों में जमे हुए हैं। लाखों में मोटी तनख्वाह लेकर ऐसे वातानुकूलित स्थानों में जमे इन शिक्षकों की प्रति नियुक्ति पर अब सवाल उठने लगे हैं।

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