खुशखबरी- आखिरकार इन ग्रामीणों को भी जगी अपने गांवों तक बस में पहुंचने की आस–

by | Aug 13, 2021 | चमोली, सड़क | 0 comments

चमोली। आज भी अपने गांवों तक जाने के लिए लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पैदल नाप रहे लांजी, पोखनी और ह्यूंणा गांव के ग्रामीणों को अपने गांवों तक सड़क पहुंचने की आस जगी है। ग्रामीणों को अब उम्मीद हो चली है कि वे भी अपने गांवों तक गाड़ियों में सफर कर सकेंगे। क्षेत्र के लिए प्रस्तावित पांच किलोमीटर पाखी-ह्यूंणा-पोखनी-लांजी सड़क की भारत सरकार से सैद्घांतिक स्वीकृति मिलने के बाद अब राज्य सरकार ने सड़क के शुरूआत में अलकनंदा और लांजीगाढ़ गदेरे पर लौह सेतु (मोटर पुल) के निर्माण के लिए हरी झंडी दे दी है। उत्तराखंड सरकार के संयुक्त सचिव श्याम सिंह की ओर से जारी शासनादेश में कहा गया है कि राज्य योजना के अंतर्गत बदरीनाथ विधानसभा में पाखी-ह्यूंणा-पोखनी-लांजी से द्वींग तक मोटर मार्ग के किलोमीटर तीन पर अलकनंदा नदी पर 54 मीटर लंबा लौह सेतु और लांजीगदेरे पर भी 35 मीटर लंबा पुल निर्माण किया जाएगा। इसके लिए सरकार की प्रथम चरण की स्वीकृति भी मिल गई है। शासन से पुल निर्माण के लिए 25.80 लाख की स्वीकृति भी दे दी गई है। सड़क ‌मार्ग से लेकर मोटर पुल को स्वीकृति दिलवाने में ग्राम प्रधान संदीप भंडारी का सबसे बढ़ा सहयोग रहा है। पिछले दो सालों से वे भारत सरकार से लेकर वन विभाग और लोक निर्माण विभाग के चक्कर काटने में लगे हुए हैं। आखिरकार ग्रामीणों के सहयोग से उनकी मेहनत रंग लाती दिख रही है। वहीं, बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट ने बताया कि पाखी-ह्यूंणा-पोखनी-लांजी सड़क के निर्माण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। सड़क पर पुलों के निर्माण की स्वीकृति भी मिल गई है। अब शीघ्र सड़क निर्माण की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 

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