चमोली। विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना पीपलकोटी के प्रभावित गांव हाट के ग्रामीणों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और टीएचडीसी के अधिकारियों का घेराव किया। ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि टीएचडीसी की ओर से ग्रामीणों को भवन तोडऩे के नोटिस दिए गए हैं। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती वह इसका विरोध करते हैं।
शनिवार को ज्वाइंटर मजिस्ट्रेट अभिनव शाह परियोजना क्षेत्र में आए थे। उनके साथ टीएचडीसी के अपर महाप्रबंधक संदीप गुप्ता और वरिष्ठ प्रबंधक गणेश भट्ट भी मौजूद थे। परियोजना के प्रभावित गांव हाट के ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर अधिकारियों का घेराव करते हुए कहा कि कंपनी के साथ २००९ में हुए समझौते के तहत किए गए कार्यों की जांच की जाए। ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लगातार शासन प्रशासन का दरवाजा खटखटा रहे हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि मकानों को तोडऩे में जबरदस्ती की गई तो वह उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। कहा कि २५ अगस्त तक उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो वह अनशन शुरू करने को मजबूर होंगे।
ग्रामीणों की मांगों में मठ मंदिरों का संरक्षण, दशवान तोक में सड़क निर्माण, परियोजना का कार्य पूरा होने तक चारा पत्ती देने, परियोजना निर्माण कार्य में हाट के बेरोजगारों को स्थाई और अस्थाई रोजगार का ५० प्रतिशत कोटा, तकनीकी प्रशिक्षितों को परियोजना में रोजगार देने, जल जंगल जमीन का प्रशासन द्वारा सीमांकन करने, विस्थापित गांव में बिजली, रास्ते, विधवाओं को पेंशन देने, २०० यूनिट फ्री बिजली देने सहित कुल २० मांगें शामिल हैं। घेराव करने वालों में ग्राम प्रधान हाट राजेंद्र हटवाल, ज्येष्ठ उपप्रमुख पंकज हटवाल, सरपंच सोहन, युवक मंगल दल अध्यक्ष अमित गैरोला, कुसुमलता देवी, नीरजा देवी, पुष्पा देवी, गुड्डी देवी, प्रमिला देवी, सुमन, चन्द्रकला देवी सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।