जिला प्रशासन की ओर से शत प्रतिशत साक्षरता के लिए जिले में चलायी जा रही समर्थ गांव योजना, मिल रहे अच्छे परिणाम–
गोपेश्वर: चमोली जिले को शत प्रतिशत साक्षर बनाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से समर्थ गांव योजना के तहत निरक्षरों को साक्षर बनाया जा रहा है। जिले में 21549 लोग चिह्नित किए गए हैं जो निरक्षर हैं, इन लोगों को 5249 ज्ञान मित्रों के माध्यम से साक्षर बनाया जा रहा है। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मंगलवार को आयोजित बैठक में अभियान की निरंतर समीक्षा करने के निर्देश दिए।
डीएम ने बैठक में अभियान को सशक्त बनाने के निर्देश दिए। योजना को जन आंदोलन बनाकर इसमें सबका सहयोग लिया जाए। यह एक सहभागी और स्वंयसेवी योजना है। निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया करें। निर्धारित समय पर साक्षरता कार्यों का मूल्यांकन करें, जो साक्षर हो गए हैं उनका तीसरी पार्टी से सत्यापन कराएं। जिन बुजुर्गों की आंखें कमजोर हैं उनकी जांच कराकर चश्में उपलब्ध कराएं।
मुख्य विकास अधिकारी डा. ललित नारायण मिश्र ने योजना में ज्ञान मित्र का कार्य करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, शिक्षक, विद्यार्थियों, स्वंय सेवी संस्थाओं से पूरी लगन के साथ कार्य करते हुए सहयोग करने को कहा।
मुख्य शिक्षा अधिकारी कुलदीप गैरोला ने बताया कि योजना के तहत 2024 तक जिले को शत प्रतिशत साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जिले में 1573 पुरुष और 19976 महिला चिह्नित किए गए हैं जो निरक्षर हैं। इनको 5249 ज्ञान मित्रों के माध्यम से साक्षर बनाया जा रहा है। जिला, ब्लॉक और संकुल स्तर पर पुस्तिका और स्टेशनरी भी उपलब्ध कराई गई है। ज्ञान मित्र सप्ताह में तीन दिन आपसी सहमति से समय निर्धारित कर निरक्षरों को पढ़ा रहे हैं।