सरकार कब पहुंचेगी तोलमा गांव तक सड़क, जड़ी-बूटियों के लिए विख्यात है तोलमा गांव–

by | Aug 16, 2021 | चमोली, सड़क | 0 comments

चमोली। भारत-तिब्बत (चीन) सीमा से लगे तोलमा गांव के भोटिया जनजाति के ग्रामीण आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर सुराईथोटा से तोलमा गांव तक सड़क बनवाने की मांग की है। बता दें कि तोलमा गांव हिमालयी जड़ी-बूटियों के लिए विख्यात है। यहां कई वैज्ञानिक जड़ी-बूटियों के रिसर्च के लिए पहुंचते हैं। 

ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें मुख्य सड़क से चार किमी पैदल चलकर गांव तक पहुंचना पड़ता है। साल २००५ में सुराइथोटा से तोलमा तक के लिए सड़क स्वीकृत हुई थी, लेकिन १५ साल बीतने के बाद भी सड़क का कुछ पता नहीं है। जनजातीय गांव तोलमा हर्बल गांव के नाम से भी जाना जाता है। यहां हर साल देश-विदेश के छात्र-छात्राएं शोध कार्य के लिए आते हैं। लेकिन सड़क सुविधा नहीं होने से ग्रामीण धीरे-धीरे पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। लगातार उच्चाधिकारियों के आश्वासनों के बावजूद अभी तक सड़क को लेकर कोई प्रगति नहीं हो पाई है। जल्द से जल्द गांव के लिए सड़क बनवाई जाए, जिससे लोगों को आवागामन में सुविधा हो सके।

ज्ञापन देने वालों में मोहन सिंह बुटोला, मुकेश पंवार, गोविंद रावत, दिनेश राणा, दिनेश बुटोला, देवेंद्र बुटोला, प्रधान संघ चमोली के महामंत्री पुष्कर सिंह राणा सहित अन्य लोग शामिल थे।

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