बरसात में जंगलों में भारी मात्र में होते हैं च्यूं, सही पहचान न होने पर शरीर को पहुंचाता है नुकसान–
जोशीमठ: नीती घाटी के गुरकुटी गांव में रह रहे नेपाली मजदूर जंगली मशरूम खाने से बीमार पड़ गए। ये मजदूर सीमा सड़क संगठन के हैं। इन दिनों यहां सड़क कटिंग का काम चल रहा है। बताया जा रहा है कि जंगली मशरूम खाने से नौ नेपाली मजदूरों की तबियत खराब हुई है। उन्हें जोशीमठ में सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से दो की हालत गंभीर है, जिन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
बरसात में जंगलों में मशरूम की अच्छी पैदावार होती है। ये मशरूम खाने में जितने स्वादिष्ट हाेते हैं, उतने ही नुकसानदायक भी। सही ढंग से पहचान न होने पर लोग कई बार बिषैले मशरूम निकाल लेते हैं। गढ़वाली बोली में इन्हें च्यूं बोलते हैं।