वन विभाग के अधिकारियों से की ग्रामीणों ने जंगल सुअरों को खदेड़ने की मांग, कहा सुअरों के झुंड बर्बाद कर रहे आलू और धान की फसल–
गोपेश्वर: इन दिनों चमोली जनपद के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आलू और धान की फसल पकने को तैयार है। लेकिन ग्रामीणों के सामने जंगली सुअरों ने मुसीबत खड़ी कर दी है। ग्रामीण जंगली सुअरों के आतंक से परेशान हैं। जंगली सुअर धान से लेकर आलू की फसल को बेहरहमी से रौंद रहे हैं। महिलाओं ने केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के डीएफओ को ज्ञापन सौंपकर जंगली सुअरों को गोली मारने या जंगल की ओर भगाने की मांग की है। ग्रामीण क्षेत्रों में वन कर्मियों की गश्त लगाई जाए।
चमोली जनपद के जोशीमठ, नंदानगर, निजमूला घाटी, पोखरी, पीपलकोटी, नंदप्रयाग क्षेत्र के सैकड़ों गांवों में जंगली सुअर के झुंड के झुंड खेतों में धान व आलू की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जोशीमठ के पल्ला जखोला गांव निवासी प्रकाश झिंक्वाण, वीरेंद्र झिंक्वाण, दिलवर सिंह ग्राम प्रधान विमला देवी का कहना है कि आलू की फसल अक्तूबर माह में पककर तैयार होती है, लेकिन जंगली सुअर के झुंड खेतों में पहुंचकर आलू की फसल को बर्बाद कर रहे हैं। जिससे आलू सड़कर नष्ट हो रहा है। अभी तक कई खेतों की फसल नष्ट हो चुकी है।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य ऊषा रावत, प्रीति, रेखा, रतना, अंजू, विनीता, योगेंद्र सिंह और संदीप झिंक्वाण ने केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के डीएफओ को ज्ञापन सौंपा है। पपड़ियाणा गांव में बीती रात को वन विभाग की टीम गश्त पर भी गई। ग्रामीण क्षेत्रों में भी वन विभाग की टीमों को भेजा जाए। वन अधिकारियों ने कहा कि जिस भी गांवों में जंगली सुअरों का आतंक है, ग्रामीण इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दें।