थराली गांव और केरा में मकान मलबे में दबे, पीपलकोटी, गडोरा और नंदानगर में बारिश ने मचाया कहर, लोग परेशान–
चमोली: जनपद में रविवार रात से शुरू हुई भारी बारिश अभी तक भी जारी है। चमोली जिला प्रशासन की ओर से भारी बारिश के बावजूद भी विद्यालयों में अवकाश घोषित नहीं किया है, जिससे बच्चे उफनते गदेरों को पार करने के बाद स्कूलों तक पहुंचे। थराली क्षेत्र में प्राणमति नदी उफान पर बह रही है। थराली गांव और केरा गांव में कई मकान मलबे में दबे हैं। पीपलकोटी के गडोरा और पीपलकोटी नगर पंचायत का भवन व मकानें मलबे में दब गए हैं। सबसे अधिक नुकसान थराली में हुआ है। थराली गांव और केरा गांव में कई मकान व गौशालाएं मलबे में दब गई हैं। पीपलकोटी में एक व्यक्ति के मलबे में दबने या लापता होने की सूचना है।
गौशालाओं में मवेशियों के भी दबे होने की सूचना है। प्राणमति नदी भी खतरे के निशान को छू रही है। नंदानगर में नंदाकिनी नदी भी उफान पर बह रही है। पीपलकोटी में नगर पंचायत पीपलकोटी का कार्यालय व समीप के आवासीय मकान मलबे में दब गए हैं। यहां कई वाहन भी मलबे में दबे हैं। पीपलकोटी के ही गडोरा गांव में एक आवासीय भवन के दोनों ओर से भू कटाव होने से मकान असुरक्षित हो गया है।
नगर पंचायत अध्यक्ष रमेश बंडवाल ने बताया कि मकान को खाली कर परिवार को सुरक्षित स्थान में शिफ्ट कर दिया है। भारी बारिश के कारण क्षेत्र में बिजली सप्लाई भी ठप पड़ गई है। पीपलकोटी के गडोरा में बदरीनाथ हाईवे पर भी भारी मात्रा में मलबा आ गया है। मलबे में कुछ गाड़ियां दबी हैं। यहां होटल को भी भूधंसाव से खतरा उत्पन्न हो गया है। चमोली तहसील के कौंज पोथनी गांव में तीन गौशाला मलबे में दब गई हैं। यहां मवेशी भी मलबे में दबे हैं।
बदरीनाथ हाईवे कई जगहों पर मलबा और बोल्डर आने से अवरुद्ध हो गया है। गडोरा और जोशीमठ के समीप मारवाड़ी में हाईवे अवरुद्ध है। बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर जा रहे तीर्थयात्री भी जगह-जगह फंसे हैं। छिनका और नंदप्रयाग में भी हाईवे मलबा आने से अवरुद्ध हो गया है।