शिव मंदिर बरसाती गदेरे में बहा, लेकिन अपने स्थान पर विराजमान मिले शिवलिंग, ग्रामीण करेंगे भव्य मंदिर का निर्माण–
पीपलकोटी: छोटी काशी हाट गांव में रामचंद्र पर्वती तलहटी में स्थित शिव मंदिर भी आपदा की भेंट चढ़ गया। यहां मंदिर तो बह गया है, लेकिन शिवलिंग अभी भी अपने स्थान पर विराजमान है। ग्रामीणों ने यहां भव्य मंदिर बनाने का निर्णय लिया है। पीपलकोटी का बंड क्षेत्र आपदा की मार झेल रहा है। 13 अगस्त की रात को हुई अतिवृष्टि में ग्राम पंचायत हाट में भी भारी नुकसान हुआ।
हाट गांव छोटी काशी के रूप में प्रसिद्ध है। तमिलनाडु से प्रतिवर्ष स्वामी श्री श्री तिरुज्ञानानंद जी महाराज के नेतृत्व में श्रद्धालुओं का दल हाट गांव के पौराणिक शिव मंदिर में पूजा कर घी का दीया प्रज्ज्वलित करने पहुंचता है। श्रद्धालुओं की ओर से यहां दो कुंतल घी का दीया जलाया जाता है। शिव मंदिर के समीप ही लक्ष्मी नारायण का मंदिर भी स्थित है।
हाट गांव के ग्राम प्रधान राजेंद्र हटवाल ने बताया कि 13 अगस्त की रात को अतिवृष्टि से शिव मंदिर बरसाती गदेरे के उफान पर आने से बह गया है। इस स्थान पर मंदिर फिर से स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में हरसारी गांव को भी भविष्य में खतरा बना हुआ है। टीएचडीसी की ओर से यहां सुरंग निर्माण के लिए विस्फोट किए जा रहे हैं। टनों मलबा मंदिर के इर्द-गिर्द डंप किया गया है।
जबकि पूर्व में ही टीएचडीसी को यहां मलबा निस्तारित न करने के लिए कहा गया था, लेकिन कंपनी की हठधर्मिता के चलते आज मंदिर बह गया है। हाट गांव के एलदाना और दशवाना घटगाड गदेरे से भी भूकटाव होने से आवासीय मकानों को खतरा बना हुआ है।