ग्रामीणों का आरोप, अभी तक न तो आपदा राशन बंटी न किया गया गांव में सर्वे, गदेरे में बह गए ढाबे और कृषि भूमि–
पीपलकोटी: आपदा प्रभावित गडोरा गांव के ग्रामीणों का गुस्सा सोमवार को बदरीनाथ हाईवे पर फूट पड़ा। यहां महिलाओं ने हाईवे को करीब दो घंटे तक जाम रखा। उन्होंने कहा कि आपदा के बाद से उनके गांव में प्रशासन का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी नहीं पहुंचा है। न ही उनके गांव में आपदा राहत राशन बांटी गई है। जबकि आपदा से उनके गांव के कई घरों में मलबा घुसा है, कई नाली कृषि भूमि तबाह हो गई। गांव में भूधंसाव हो रहा है। जिससे ग्रामीण परेशान हैं, लेकिन प्रशासन अभी तक उनके गांव में झांकने तक नहीं गया है।
घटगाड पुलिया पर जाम लगा दिया। सभी महिलाएं हाईवे के बीचों बीच बैठकर नारेबाजी करने लगी। सूचना पर पीपलकोटी चौकी इंचार्ज नरेंद्र पुरी पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को मनाने की काफी कोशिश की,
लेकिन ग्रामीण प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर बुलाने पर अड़े रहे। बाद में तहसीलदार धीरज राणा मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि प्रशासन की टीम उनके साथ ही गांव में जाएगी और आपदा से हुए नुकसान का सर्वे किया जाएगा। जाम खुलने के तुरंत बाद प्रशासन की टीम ने गडोरा में 100 राशन किट वितरित किए।
जाम लगाने वालों में महिला मंगलदल अध्यक्ष मनोरमा चौधरी, पूर्व महिला मंगलदल अध्यक्ष मंजू देवी, पूर्व सरपंच सावित्री देवी, नंदा देवी, रजनी देवी, धनेश्वरी देवी, रीता देवी, मोनिका, गीता, भुवना देवी, रमा देवी, सरपंच लोकानंद हटवाल सहित अन्य महिलाएं व पुरुष मौजूद रहे।