आस्था: आपदा में बह चुके ​शिव मंदिर में जले उम्मीदों के दीये–

by | Aug 21, 2023 | आपदा, आस्था, चमोली | 0 comments

हाट गांव और तमिलनाडू के शिव भक्तों ने ​शिवलिंग के चारों ओर जलाए घी के 101 दीये, मंत्रोच्चारण हुआ–

पीपलकोटी: 13 अगस्त की रात को हुई भीषण अतिवृ​ष्टि में छोटी काशी हाट गांव के पौराणिक शिव मंदिर के बहने के बाद यहां मलबे में ​शिवलिंग विराजमान रहा। यह प्रभु की श​क्ति ही रही कि मलबे को हटाने के बाद देखा गया तो ​शिवलिंग पर एक खरोच तक नहीं पहुंची थी। सोमवार को तमिलनाडु से आए स्वामी श्री श्री तिरुज्ञानानंद जी महाराज और उनके भक्तों ने शिवलिंग के सम्मुख घी के 101 अखंड दीये प्रज्जवलित किए। इस दौरान शिव भक्तों ने मंदिर में कीर्तन-भजन का आयोजन किया। मंदिर में तमिलनाडु से भी श्रद्धालुगण पहुंचे हुए थे।

प्राचीन समय में तमिलनाडु के एक तीर्थयात्री ने हाट गांव के शिव मंदिर में तीन साल तक कठोर तप किया था, जिसके बाद वे यहां से अंतर्ध्यान हो गए थे। तभी से यहां पर तमिलनाडु के श्रद्धालु प्रतिवर्ष एक दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान कर अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित करते हैं। रामचंद्र पर्वत की तलहटी पर बसे इस शिव मंदिर के समीप ही लक्ष्मी नारायण का प्राचीन मंदिर भी स्थित है। शिव मंदिर के समीप ही बदरीनाथ का प्राचीन पैदल मार्ग भी है। यहीं से बदरीनाथ की पैदल यात्रा संचालित होती थी। शिव मंदिर के पास यात्रा की चट्टी थी। जिससे यात्री यहां रात्रि प्रवास कर दूसरे दिन यात्रा शुरू करते थे।

13 अगस्त की रात को अतिवृष्टि से हाट गांव के बरसाती गदेरे के ऊफान पर आने से हाट गांव का शिवमंदिर भी बह गया था। जबकि शिवलिंग अपने स्थान पर ही मलबे के बीच विराजमान मिला। सोमवार को प्रतिवर्ष की तरह शिवभक्त स्वामी श्री श्री तिरुज्ञानानंद जी महाराज के नेतृत्व में अखंड दीया प्रज्जवलित करने यहां पहुंचे। सबसे पहले यहां शिवलिंग के इर्द-गिर्द मलबे की सफाई की गई। इसके बाद शिवभक्तों ने शिवलिंग के चारों ओर घी के 101 दीये जलाए।

इस मौके पर हाट गांव के ग्राम प्रधान राजेंद्र हटवाल, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख व सामाजिक कार्यकर्ता पंकज हटवाल, सुधाकर, डॉ. कृष्णन, डॉ. कस्तूरी, योगिनेश्वर, बेलमुरगन, मुतु स्वामी, अरुण, नरेंद्र पोखरियाल, पंकज हटवाल, चंडी प्रसाद हटवाल, शिव प्रसाद, राजेश डबराल, अरविंद हटवाल, प्रदीप नेगी आदि मौजूद रहे।

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