हादसे के पीड़ितों को नौकरी देने और 25 लाख मुआवजा देने की मांग उठाई, डीएम ने शासन से वार्ता का दिया आश्वासन–
गोपेश्वर: बीते माह 19 जुलाई को नमामि गंगे परियोजना के एसटीपी प्लांट में करंट हादसे में अपनी जान गंवा चुके 16 मृतकों के पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी और 25 लाख रुपये मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने गोपेश्वर में जुलूस प्रदर्शन किया। उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मांगों पर जल्द से जल्द उचित कार्रवाई की मांग की है। जिलाधिकारी ने उन्हें आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के भीतर उनकी मांगों को लेकर शासन से बात की जाएगी।
पीड़ित परिजनों ने मुख्य बाजार से कलेक्ट्रेट परिसर तक जुलूस प्रदर्शन किया। समर्थन में बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी भी धरनास्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों का कहना है कि हादसे के कुछ दिनों बाद ही उन्होंने सरकार से कम से कम 25 लाख मुआवजा दिलाने और पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने की मांग की थी। करंट हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई थी। जिससे परिवारों की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई है। ऐसे में पीड़ित परिवारों के दुखों को मुआवजा और नौकरी मिलने से कुछ कम किया जा सकता है।
कुछ देर बाद जिलाधिकारी हिमांशु खुराना धरनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से ज्ञापन लिया। जिलाधिकारी ने सभी को आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के भीतर वे उनकी मांगों के संबंध में शासन स्तर पर वार्ता करेंगे। बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी ने कहा कि यदि एक सप्ताह के बाद भी मांगों पर उचित निर्णय नहीं होता है तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य विक्रम सिंह बर्त्वाल, प्रधान संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष नयन सिंह कुंवर, मजोठी के प्रधान पूरण सिंह, राजेंद्र सिंह, विजेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, सुभाष खत्री, विपिन फरस्वाण, राजदीप सिंह, सुरेंद्र सिंह, ऊषा रावत, सुरेंद्र रावत, गोविंद सजवाण, मनोज कुमार, देवेंद्र फरस्वाण, अजय रावत सहित अन्य लोग शामिल रहे। जिलाधिकारी के आश्वासन पर ग्रामीणों ने अपना आंदोलन स्थगित किया और घरों को लौट गए।