चमोली: आपदा प्रभावित टंगणी तल्ली गांव से शुरू हुआ गांव बचाओ अभियान–

by | Sep 1, 2023 | चमोली, रचनात्मक | 0 comments

पागल नाला के भू कटाव और भूस्खलन क्षेत्रों में लगाए गए संरक्षित प्रजाति के 800 पौधे, ग्रामीणों ने लिया वन क्षेत्र विकसित करने का संकल्प

गोपेश्वर: कई सालों से पागल नाला के कटाव और भूस्खलन से जूझ रहे टंगणी तल्ली गांव में विकास विभाग ने वन क्षेत्र विकसित करने का निर्णय लिया है। बृहस्पतिवार को रक्षाबंधन पर्व पर टंगणी तल्ली में गांव बचाओ अभियान के तहत संरक्षित प्रजाति के रामबांस, बांज, उतीस, बर्सीन घास, देवदार सहित कई प्रजाति के 800 पौधों का रोपण किया गया। ग्रामीणों ने पागल नाला के इर्द-गिर्द वन क्षेत्र विकसित करने का संकल्प लिया है।

वर्ष 1999 से पागल नाला ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। नाले के कटाव से टंगणी तल्ली गांव की कई हेक्टेयर कृषि भूमि और वन क्षेत्र तहस-नहस हो गया है। बृहस्पतिवार को मुख्य विकास अधिकारी डॉ. ललित नारायण मिश्र के नेतृत्व में विकास खंड जाेशीमठ की ओर से नाले के भूस्खलन धंसाव वाले क्षेत्र में पौधरोपण किया गया। यहां चेकडेम भी स्थापित किए जाएंगे। सीडीओ ने कहा कि भू कटाव को रोकने के लिए पौधरोपण ही विकल्प बचा है। उन्होंने गांव बचाओ अभियान की सराहना की। कहा कि आपदाग्रस्त गांवों का इसी तरह वनीकरण करते हुए गांव बचाओ अभियान से अन्य प्रभावित गांवों को भी जोड़ा जाए।

बदरीनाथ वन प्रभाग के डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे ने कहा कि उत्तरकाशी के वरुणावत पर्वत की तर्ज पर पागल नाला के इर्द-गिर्द वनीकरण को बढ़ावा दिया जाएगा। चेकडेम के माध्यम से भी भूस्खलन को रोकने का प्रयास किया जाएगा। खंड विकास अधिकारी मोहन जोशी ने कहा कि भूस्खलन क्षेत्र में जाख देवता वन वाटिका स्थापित की जाएगी।

ग्रामीण भी अपने वन और गांव की रक्षा का संकल्प लें। जिससे गांव को विस्थापन से बचा जा सके। उन्होंने गांव बचाओ अभियान की रुपरेखा भी बताई। इस मौके पर परियोजना निदेशक आनंद सिंह, ग्राम प्रधान हीरा सिंह पंवार, सरपंच कैलाश भट्ट, पाखी के ग्राम प्रधान भुवन जोशी के साथ ही महिला मंगल दल और स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी मौजूद रहीं।

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