चमोली जनपद में ग्राहकों के 16 लाख रुपये किए गबन, डाकघर के निरीक्षक की शिकायत पर हुई कार्रवाई–
गोपेश्वर: चमोली पुलिस ने डाक विभाग में उपपोस्टमास्टर/ डाक सहायक के पद पर रहते हुए चमोली जनपद में 16 लाख रुपये के गबन के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। विभागीय जांच में आरोपी को पहले ही निलंबित कर किया जा चुका है। पुलिस ने उसे बिहार से गिरफ्तार किया। न्यायालय के आदेश पर उसे पुरसाड़ी जेल भेज दिया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार डाकघर उपमंडल गोपेश्वर में निरीक्षक अजय कुमार की ओर से जोशीमठ कोतवाली में आरोपी के खिलाफ तहरीर दी गई। जिसमें विभागीय जांच में गबन का आरोप लगाया गया है। बताया कि रविरंजन, उम्र 38 साल, निवासी मोहल्ला छोटी पहाड़ी, सोहसराय जिला नालंदा बिहार 19 अगस्त 2011 से 13 फरवरी 2020 तक चमोली के विभिन्न डाकघरों में उपपोस्टमास्टर/डाक सहायक के पद पर नियुक्त रहा। 2020 में उसका स्थानांतरण बिहार हो गया। चमोली जनपद के डाकघरों में रहते हुए आरोपी ने डाकघर सुनील व जोशीमठ में उपभोक्ताओं की पीएलआई किस्तों के 16 लाख रुपये का गबन किया, जबकि बिहार तबादला होने पर 20 लाख रुपये डाकघर फतेहपुर बिहार में भी गबन किए।
एसपी रेखा यादव के निर्देश पर वरिष्ठ पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद शाह के नेतृत्व में आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई। पुलिस टीम ने बिहार के नालंदा व गया में सात दिन रुकने के बाद सर्विलांस सेल की लोकेशन के आधार पर आरोपी को सात नवंबर को नालंदा से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी वहां संतोष कुमार नाम से छिपा हुआ था। नालंदा न्यायालय में पेश करने के बाद आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर गोपेश्वर लाया गया। 13 नवंबर को आरोपी को न्यायिक मजिस्ट्रेट गोपेश्वर के समक्ष पेश किया गया। जहां से न्यायिक अभिरक्षा में उसे जेल भेज दिया गया। आरोपी को पकड़ने वाली टीम में वरिष्ठ उपनिरीक्षक जोशीमठ संजय सिंह नेगी, आरक्षी अरुण गैरोला और सर्विलांस सेल के राजेंद्र सिंह रावत शामिल रहे। पुलिस टीम आरोपी को पकड़ने बिहार गई तो जहां जानकारी मिली कि इसी गबन के आरोप में अभियुक्त को फतेहपुर डाकघर से 25 नवंबर 2021 में निलंबित किया जा चुका है। जिसके बाद आरोपी पता व मोबाइल नंबर बदलकर बिहार में ठिकाना बदलकर छिपा हुआ। एसपी चमोली ने आरोपी पर 2500 रुपये का ईनाम भी घोषित कर दिया।