ऑलवेदर रोड परियोजना कार्य को भी करोड़ों का नुकसान, कार्यदायी संस्था की लाखों की मशीनें भी मलबे में दबी–
गोपेश्वर: पिछले कई दिनाें से रुक-रुककर हो रही बारिश चमोली जनपद में आफत बनकर आ रही है। सबसे बुरी हालत बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग की हुई है। हनुमान चट्टी से कंचनगंगा तक करीब सात किलोमीटर हाईवे पत्थर और मलबे में तब्दील हो गया है। जगह-जगह बादल फटने से हाईवे को भारी नुकसान हुआ है। हनुमान चट्टी गांव के समीप बह रहे गदेरे में भी बादल फटा है, यहां पुल के नीचे की मिट्टी बह जाने से पुल को भी खतरा बना हुआ है।
दूधधारा नाला और कंचन गंगा में भी बादल फटने से तबाही मची है। यहां कार्यदायी संस्था भारत कंस्ट्रक्शन के संयुक्त संस्था की मशीनें भी मलबे में दब गई हैं। ऑलवेदररोड़ परियोजना कार्य भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है, जिससे करोड़ों का नुकसान हो गया है। इस क्षेत्र में दोबारा ऑलवेदर रोड परियोजना कार्य करना होगा। बादल फटने से हाईवे पर बड़े-बड़े बोल्डर और मलबा आ गया है। दूधधारा नाला के इर्द-गिर्द तो बदरीनाथ हाईवे गड्ढों में तब्दील हो गया है। कुछ जगहों पर हाईवे भी बह गया है।
भूस्खलन भी हो रहा है। बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा भी दो दिनों से रुकी हुई है। भारत कंस्ट्रक्शन की ओर से जेसीबी व पोकलेंड मशीनें लगाकर फिलहाल हनुमान चट्टी से माणा गांव तक हाईवे को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया है, लेकिन अभी भी हाईवे पर खतरा बरकरार है। बारिश होने पर फिर से मलबा हाईवे पर आने की आशंका बनीं है।