अवार्ड: चमोली जनपद को मिला राष्ट्रीय स्तर पर स्कॉच अवार्ड–

by | Jul 13, 2023 | चमोली, प्रशासन | 0 comments

आजीविका मिशन में बेहतरीन कार्यों पर मिला राष्ट्रीय अवार्ड, ये रहे अवार्ड मिलने के प्रमुख कारण–

गोपेश्वर: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत आजीविका संवर्द्धन में बेहतरी कार्य करने पर चमोली जिले को राष्ट्रीय स्तर पर स्कॉच अवार्ड मिला है। जिले में विभिन्न जगह पर आजीविका संवर्द्धन के लिए किए गए कार्यों से लोगों को अच्छी आमदनी प्राप्त हो रही है।

जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी हिमांशु खुराना और मुख्य विकास अधिकारी डा. ललित नारायण मिश्र के मार्ग दर्शन में जिला विकास अधिकारी डा. महेश कुमार ने 24 मई को स्कॉच अवार्ड नॉमिनेशन के तहत स्किल डेपलपमेंट ऑफ सेल्फ हेल्प ग्रुप के कार्यों का राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुतीकरण दिया था। निर्णायक मंडल ने चमोली में भोजपत्र पर लेखन, लैंटाना से फर्नीचर निर्माण, फल संरक्षण (तिमले का अचार), बद्री प्रसाद निर्माण, आदि की सराहना की। आजीविका संवर्द्धन के कार्यों को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ओपर वोटिंग हुई, जिसमें चमोली जिले को स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

—-

इन कार्यों के लिए मिला पुरस्कार

– राष्ट्रीय आजीविका मिशन समूह की ओर से लैंटाना से फर्नीचर डस्टबिन आदि बनाए जा रहे हैं। वन विभाग ने रुद्रनाथ यात्रा मार्ग के लिए 100 लैंटाना के डस्टबिन का ऑर्डर दिया, जिससे समूह को 65 हजार की आय हुई।

– जिला प्रशासन की पहल पर भोटिया जनजाति की महिलाओं को भोजपत्र पर लेखन का प्रशिक्षण दिया। महिला समूह ने इस साल अभी तक इनको बेचकर 89500 की आय अर्जित की है।

-स्थानीय समूह द्वारा बदरीनाथ प्रसाद जिसमें चौलाई के लड्डू, गुलाब जल, चूली का तेल, हर्बल धूप, बद्री गाय का घी, बद्री तुलसी माला आदि बेचे जा रहे हैं। इस साल अभी तक 1172055 रुपये का व्यवसाय कर लिया है।

– समूह की ओर से विभिन्न प्रकार के फलों का जूस व जैम बनाकर बेचे जा रहे हैं। पहाड़ी अंजीर (तिमला) का अचार हिमान्य एवं नैचुरल पहाड़ी के ब्रांड से बेचा जा रहा है।

– दशोली विकासखंड के समूह की ओर से प्राकृतिक रूप से निर्मित बैजंती की माला तैयार कर बेची जा रही है, समूह ने अभी तक 60 हजार की आय अर्जित की है।

– थराली विकासखंड के अंतर्गत मंडुवे के बिस्कुट और बेकरी उत्पाद तैयार कर बेचे रहे हैं।

error: Content is protected !!