चमोली: प्रसव के बाद प्रसूता की मौत, परिजनों ने दिनभर अस्पताल में मचाया हंगामा–

by | Aug 16, 2024 | आंदोलन, चमोली | 0 comments

जिला अस्पताल से चार कर्मियों को हटाया, डॉक्टर्स की छह सदस्यीय टीम करेगी मामले की जांच, पढ़ें पूरी खबर–

गोपेश्वर: प्रसूता की मौत पर शुक्र्रवार को परिजनों ने दिनभर जिला अस्पताल गोपेश्वर में हंगामा मचाया। उन्होंने जिला अस्पताल कर्मियों पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि रात को दस बजे उन्होंने प्रसव पीढ़ा से कराह रही महिला को जिला अस्पताल में भर्ती किया, लेकिन रातभर डॉक्टर उसे देखने नहीं आया। रेफर के लिए भी नहीं कहा गया। उन्होंने शाम तक भी महिला का शव नहीं उठाया। दिन भर चले गतिरोध के बाद अपराह्न करीब चार बजे प्रशासन के साथ वार्ता के बाद अस्पताल के चार कर्मचारियों को वहां से दूसरी जगह शिफ्ट करने और मामले में सीएमओ की छह सदस्यीय कमेटी की जांच के आश्वासन पर सभी लोग शांत हुए, उसके बाद पंचनामा और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की गई।

बृहस्पतिवार रात को

गोपेश्वर निवासी कविराज वाल्मीकि अपनी पत्नी रविता देवी, उम्र 25 साल को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल लेकर आया। आरोप लगाया गया कि भर्ती करने के बाद किसी भी डाक्टर ने रविता की जांच नहीं की। जब उसे अधिक पीड़ा होने लगी तो वह ड्यूटी रूम में गया, काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद वहां तैनात कर्मचारी आए। सुबह करीब छह बजकर 20 मिनट पर सामान्य प्रसव हो गया। लेकिन तब तक कोई भी डाक्टर वहां नहीं आया था। कुछ देर बाद एक डाॅक्टर आए और उन्होंने रविता को मृत घोषित कर दिया।

परिजनों ने लापरवाही पर कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग पर अस्पताल गेट पर सांकेतिक धरना दिया।

सुबह करीब 11 बजे एसीएमओ एमएस खाती व सीएमएस डॉ. अनुराग धनिक लोगों से वार्ता करने आए, इसके बाद एडीएम विवेक प्रकाश, एसडीएम आरके पांडेय व अस्पताल प्रशासन के लोगों की संयुक्त वार्ता हुई। अपराह्न करीब चार बजे प्रशासन ने मामले में सीएमओ की छह सदस्यीय कमेटी की जांच का आश्वासन दिया और प्रसव के दौरान तैनात चार अस्पताल कर्मियों को वहां से दूसरी जगह शिफ्ट करने की बात कही, जिसपर लोग शांत हुए और उसके बाद शव का पंचनामा भरने व पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की गई।

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