17 नवंबर को बंद हो जाएंगे बदरीनाथ धाम के कपाट, विभिन्न धार्मिक प्रक्रियाएं हुई शुरू–
बदरीनाथ, 14 नवंबर 2024: देश के चार धामों में सर्वश्रेष्ठ बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के दूसरे दिन दोपहर में दो बजे बदरीनाथ मंदिर परिसर में स्थित भगवान आदि केदारेश्वर और आदि गुरु शंकराचार्य मंदिर के कपाट विधि-विधान से बंद कर दिए गए हैं। इस दौरान श्रद्धालुओं ने आदि केदारेश्वर मंदिर के दर्शन किए।
बदरीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। बृहस्पतिवार को पंच पूजाओं के तहत दोपहर में बदरीनाथ धाम की भोग आरती के बाद आदि केदारेश्वर मंदिर में रावल अमरनाथ नंबूदरी ने भगवान आदि केदारेश्वर को पके चावलों का भोग (अन्नकूट) अर्पित किया।
धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविंद्र भट्ट, अमित बंदोलिया ने मंदिर में पूजा अर्चना संपन्न की। इसके बाद आदिकेदारेश्वर शिव लिंग को निर्वाण रुप में लाकर हिमालयी पुष्प और भस्म से ढका गया। मंदिर के पुजारी किशोर भट्ट और यमुना प्रसाद डंगवाल ने अपराह्न दो बजे मंदिर को कपाट बंद किए।
जबकि सवा दो बजे अराह्न आदि गुरु शंकराचार्य मंदिर के भी कपाट बंद कर दिए गए। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डाॅ. हरीश गौड़ ने बताया कि पंच पूजा के तीसरे दिन शुक्रवार को वेद पुस्तकों की पूजा-अर्चना, खडग पुस्तक पूजा तथा वेद ऋचाओं का वाचन बंद हो जायेगा।