दो सगे मृतक भाईयों में से एक का बेटा है सेना में तैनात, उसके पहुंचने पर रविवार को होगा अंतिम संस्कार–
चमोलीः उर्गम- पल्ला जखोला सड़क पर शुक्रवार को हुए सड़क हादसे में 12 मृतकों में से 10 शवों का शनिवार को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। उछों ग्वाड़ गांव के मृतक दलीप सिंह के इकलौता बेटा रोहित सेना में तैनात है।
रोहित के पहुंचने पर रविवार को मृतक दोनों भाई दलीप और सितब सिंह के शवों का अंतिम संस्कार होगा। शनिवार को सुबह तीन बजे तक एनडीआरएफ, एसडीआरएफ आर पुलिस जवान खाई से शवों को निकालकर सड़क पर लाऐ। दो चिकित्सकों के पैनल ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे।
अंधेरा और ठंड अधिक होने के कारण जवानों को खाई से शवों को सड़क तक लाने में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। दुर्घटना के बाद से पल्ला जखोला क्षेत्र में शनिवार को दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। लोग दिनभर मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाते रहे। कई घरों में चूल्हे नहीं जले।
शनिवार को सुबह करीब चार बजे पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए थे। इसके बाद शवों का संबंधित गांवों के पैतृक घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।उछों-ग्वाड़ गांव के मृतक दलीप सिंह का इकलौता बेटा रोहित सेना में गुवाहाटी में तैनात है।
उसके घर पहुंचने पर ही रविवार को दोनों मृतक भाई दलीप सिंह और सिताब सिंह का अंतिम संस्कार होगा। रोहित की मां सुमित्रा देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। वह कभी बदहवास होकर बेहोश हो रही है, तो कभी अपने बेटे रोहित को पुकार रही है। उसकी दो बहनें भी हैं। पिता की अकाल मौत के बाद उनके भी आंखों से आंसू नहीं थम रहे हैं। इस दुर्घटना में डुमक, पल्ला जखोला, किमाणा और सुभांई गांव के लोग अकाल मौत का शिकार हुए हैं।