लेप्रोस्कोपिक विधि से हुआ 22 साल की महिला का पहला ऑपरेशन, पित्त की थैली में पथरी की सफल सर्जर हुई–
गोपेश्वर, 21 जून 2025: चमोली जिले के जोशीमठ विकासखंड की 22 वर्षीय महिला, जो तीव्र पेट दर्द की शिकायत के साथ जोशीमठ से रेफर होकर जिला चिकित्सालय चमोली की इमरजेंसी सेवा में लाई गई थी, का पित्त की थैली में पथरी की सफल सर्जरी की गई है।
जांच के उपरांत जब यह पुष्टि हुई कि मरीज की पित्त की थैली में पथरी है, तो उसे सर्जरी विभाग में भर्ती किया गया। इसके पश्चात सर्जरी विभाग के विशेषज्ञ सर्जन डॉ नीरज पिमोली,सर्जन डॉ. दीपक नेगी एवं, निश्चेतक डॉ. एसएन सिंह तथा स्वास्थ्य कार्मिकों की टीम ने सामूहिक प्रयास से महिला की लेप्रोस्कोपिक (दूरबीन विधि) द्वारा सफल शल्य चिकित्सा की।
सर्जन डॉ. नीरज पिमोली ने बताया कि पूर्व में आधुनिक तकनीकी उपकरणों की अनुपलब्धता के चलते ऐसे मामलों में बड़े चीरे के माध्यम से ऑपरेशन करना पड़ता था, जिससे न केवल अधिक समय लगता था बल्कि मरीज को ज्यादा तकलीफ भी होती थी। अब जिला चिकित्सालय में लेप्रोस्कोपिक मशीन स्थापित होने से ऑपरेशन आसान, सुरक्षित एवं कम समय में संभव हो पाया है।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुराग धनिक ने जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही में जिला चिकित्सालय में लेप्रोस्कोपिक मशीन की स्थापना की गई है, और यह जिले में इस मशीन से किया गया पहला ऑपरेशन है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि चमोली जैसे पर्वतीय और दुर्गम जिले के लिए एक बड़ी राहत है और इससे यहां के मरीजों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं सुलभ हो सकेंगी।यह उपलब्धि जिला चिकित्सालय चमोली में स्वास्थ्य सेवाओं में हो रहे निरंतर प्रगति का प्रमाण है। ऑपरेशन टीम में नर्सिंग अधिकारी सुगंधा, एल्विन, वंदना, राम भजन कोहली एवं गौरव ने भी सराहनीय सहयोग प्रदान किया।