भारी बारिश के बाद भूस्खलन, भूधंसाव से बदरीनाथ हाईवे बदहाल स्थिति में पहुंचा, यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोग भी हो रहे परेशान–
गोपेश्वर। बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर पहुंच रहे तीर्थयात्रियों की आस्था पर आपदा भारी पड़ रही है। जगह-जगह बदरीनाथ हाईवे बाधित होने से तीर्थयात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बदरीनाथ धाम, गोविंदघाट, जोशीमठ, पीपलकोटी, लंगसी, हेलंग, चमोली और नंदप्रयाग में करीब 500 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं।
वहीं, नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियालसैंण मोटर मार्ग पर सैकोट गांव के समीप सड़क पर ट्रक फंस जाने से बड़े वाहनों की आवाजाही रुकी हुई है। सुबह करीब साढ़े छह बजे यहां ट्रक फंस गया था, तब से वाहनों की आवाजाही नहीं हुई है। हेमकुंड साहिब की यात्रा पर जा रहे सिख तीर्थयात्रियों ने बाइक और छोटे वाहनों की आवाजाही लायक रास्ता बना दिया है, जिससे छोटे वाहन आ-जा रहे हैं, लेकिन बस, टेंपो और ट्रक जगह-जगह फंसे हुए हैं।
सैकोट वाली सड़क बदरीनाथ धाम की यात्रा का वैकल्पिक मार्ग है। बदरीनाथ हाईवे के बंद होने पर इस मार्ग का उपयोग किया जाता है, लेकिन चमोली जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण इस सड़क का आज तक चौड़ीकरण कार्य नहीं हो पाया है। सैकोट के ग्राम प्रधान शंकर रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य सतीश पुरोहित, चंडी प्रसाद थपलियाल, अमन थपलियाल और हरीश सेमवाल ने कहा कि नंदप्रयाग-कोठियालसैंण सड़क बदरीनाथ हाईवे का वैकल्पिक मार्ग है,
लेकिन सड़क के सुधारीकरण पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। उन्होंने सड़क के डेढ़ लेन चौड़ीकरण की मांग उठाई है।