भक्तों को प्रसाद के रुप में वितरित किए गए ब्रह्मकमल के फूल, गांव में उमड़ा भक्तों का सैलाब, महिलाओं ने गाए नंदा के जागर–
नंदानगर (चमोली)। आध्यात्मिक गांव सुतोल में पिछले नौ दिनों से चल रहा शैलपातीफुल्यारीकौथिग विधि-विधान से संपन्न हो गया है। आचार्यगणों ने मां भगवती नंदा और देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर सभी देवताओं को मंदिर में स्थापित किया। इस दौरान दूर-दराज के गांवों से पहुंचे भक्तगणों ने मां नंदा के दर्शन किए और मनौतियां मांगी। सुतोल गांव में 18 साल बाद भव्य आयोजन हुआ।
क्षेत्रीय विधायक भूपाल राम टम्टा ने आयोजन में पहुंचकर मत्था टेका। उन्होंने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजनों से क्षेत्र में सुख-समृद्धि और सौहार्द बना रहता है। महिलाएं ने मां नंदा के मांगलिक गीत गाए और झुमेलो नृत्य किया।
बुधवार रात को मां नंदा को प्रतीक स्वरुपब्रह्मकमल के रुप में गांव में लाया गया, इसके बाद मां नंदा की विशेष पूजाएं संपन्न हुई। फुल्यारीब्रह्मकमल को करीब 18 किलोमीटर दूर होमकुंड से गांव तक लाए। फूलों को प्रसाद के रुप में लेने के लिए भक्तों की देर रात तक भीड़ जुटी रही।
बृहस्पतिवार को हवन करने के पश्चात विभिन्न देवी-देवताओं के निशानों को उनके मंदिर में स्थापित किया गया। ग्रामीणों ने मां नंदा को आगामी वर्ष भव्य रुप से मायके बुलाने का वायदा किया।
इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख भारती देवी, आयोजक पूर्व जिला पंचायत सदस्य दर्शन सिंह रावत, राकेश रावत, जिला पंचायत सदस्य नंदिता रावत, हरेंद्र रावत, सुरेंद्र सिंह, डीएस नेगी, खिलाफ सिंह, राकेश गौड़, भास्कर पुरोहित, देवेश्वरी गौड़, सुमेर सिंह आदि मौजूद रहे। संचालन पार सिंह नेगी ने किया। भूमियाल देवता ने अपनेे अवतारी पुरुष पर अवतरित होकर अद्भुत नृत्य किया।