चमोली: आपदा से कराह रहा किणजाणी गांव, शासन-प्रशासन ने भी मुंह फेरा–

by | Mar 17, 2025 | आपदा, चमोली | 0 comments

आपदा प्रभावितों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर सुरक्षात्मक उपाय करने की उठाई मांग, गांव के निचले क्षेत्र में हो रहा भारी भूस्खलन–

पोखरी, 17 मार्च 2025: रुद्रप्रयाग जनपद के सीमावर्ती किणजाणी गांव के नीचे भारी भूस्खलन होने से पूरे गांव पर खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर भूस्खलन से गांव को बचाने के लिए सुरक्षात्मक उपाय करवाने की मांग की है।

पोखरी क्षेत्र की सीमा से लगा किणजाणी गांव रुद्रप्रयाग जिले के अंतर्गत आता है। इस गांव के नीचे तीन साल से भूस्खलन हो रहा है। बरसात के समय भूस्खलन काफी अधिक बढ़ जाता है। ग्रामीणों ने तीन साल पहले ही जब यहां भूस्खलन शुरू हुआ तभी यहां सुरक्षात्मक कार्य करवाने की मांग की थी, लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया गया। अब यह भूस्खलन धीरे-धीरे गांव की ओर बढ़ रहा है। इससे किणजाणी में रहने वाले 100 से अधिक परिवारों को खतरा उल्पन्न हो गया है।

ग्रामीणों की ओर से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा है कि बरसात में वे रात को सो नहीं पाते हैं। हर समय भय के साये में जीने को विवश हैं। केदारनाथ उपचुनाव के दौरान राज्य सभा सांसद व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, मुख्यमंत्री के सलाहकार दलवीर दानू, विधायक आशा नौटियाल, पूर्व विधयक मनोज रावत सहित कई नेता गांव में आए और आश्वासन दिया। लेकिन अभी तक यहां पर सुरक्षात्मक कार्यों को लेकर कोई प्रगति नहीं हो पाई है। जबकि लोगों के काफी कृषि भूमि भूस्खलन से खत्म हो चुकी है। उन्होंने जल्द से जल्द यहां पर ठोस कार्रवाई की मांग की है।

ज्ञापन भेजने वालों में धर्मेंद्र सिंह बिष्ट, वासुदेव नेगी, राहुल सिंह, सज्जन बिष्ट, पुष्कर सिंह, रणजीत सिंह, बलवीर, सुरेंद्र बिष्ट, शिव सिंह, सुरजीत सिंह, मनोज सिंह, सुधीर सिंह, महिला मंगलदलअध्यक्ष् बीना देवी, सुनीता बिष्ट आदि मौजूद रहे।

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