योगी आदित्यनाथ ने मां का लिया आशीर्वाद, जाते जाते फिर अपने पुराने स्कूल में भी गए योगी–
कोटद्वारः मां के हाथ की दही चीनी खाकर और मां का आशीर्वाद लेने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ यूपी लौट गए, उन्होंने 40 घंटे से अधिक का समय अपने गांव में परिजनों के साथ बिताया, यूपी जाने से पहले सीएम योगी अपने पुराने स्कूल में फिर से गए और शिक्षकों का भी आशीर्वाद लिया. सीएम योगी आदित्यनाथ का तीन दिवसीय गांव का दौरा परिजनों के मन मष्तिस्क में छा गया, योगी बनने के बाद वे तीन बार गांव में अपनी मां को मिलने पहुंचे हैं. इस बार यूपी की कमान संभालने के बाद वह पहली बार गांव आए, परिजन और नाते रिश्तेदार उन्हें रिश्ते से नहीं बल्कि महंत जी या महाराज जी कहकर ही संबोधित करते हैं, योगी आदित्यनाथ सभी ग्रामीणों व परिजनों से बड़ी आत्मीयता के साथ मिले,
उन्होंने अपने गांव वालों से गांवों को आबाद रखने और पलायन न करने के लिए प्रोत्साहित किया, परिजनों व ग्रामीणों का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के यूपी जैसे बड़े प्रदेश की दोबारा सत्ता संभालने पर सभी अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं, बृहस्पतिवार को योगी जी सुबह उठे, पूजा-पाठ की, गाय को रोटी खिलाई और उसके बाद स्वयं नाश्ता किया, सुबह करीब साढ़े दस बजे से घर से विदा हुए और सीधे अपने महाविद्यालय में पहुंचे, यहां गुरुजनों का आशीर्वाद लिया. गुरू अवेद्यनाथ की प्रतिमा के सामने मत्था टेककर लौट गए.
पंचूर गांव में उनकी 84 वर्षीय माता सावित्री देवी के साथ ही अन्य तीन भाइयों मानवेंद्र, शैलेंद्र और महेंद्र का परिवार रहता है. उनकी तीनों बड़ी बहन पुष्पा, कौशिल्या और शशि का विवाह हो चुका है, तीनों बहनें भी भाई को मिलने गांव पहुंची थी, भाई-बहन इन तीन दिन गांव में हंसी-खुशी से रहे और पुरानी याद ताजा हो गई. उन्होंने जाते वक्त मां के स्वास्थ्य और उपचार का खास ध्यान देने की बात कही.