वनाग्नि रोकने को तैयार होगी योजना, वनों में आग बुझाने में अच्छा सहयोग करने वाले होंगे पुरस्कृत– 

by | Feb 14, 2023 | चमोली, बैठक | 0 comments

जिलाधिकारी ने ली जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा अनुश्रवण समिति की बैठक, दिए निर्देश–

गोपेश्वरः जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने वनाग्नि की घटनाओं की रोकथाम को लेकर जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा अनुश्रवण समिति की बैठक ली। डीएम ने निर्देश दिए कि पिछले साल वनाग्नि की घटनाओं और उसके प्रभावों के आधार पर कार्ययोजना तैयार करें। पिछले साल जो योजना सफल रही है उसे अधिक प्रभावी ढंग से अमल में लाएं।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि ब्लॉक, ग्राम और वन पंचायत स्तर पर बैठकें कर समितियों को सक्रिय करें। अति संवेदनशील वन क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को प्रशिक्षण देने के लिए रोस्टर तैयार करें। वन विभाग को आवश्यक उपकरणों की डिमांड उपलब्ध कराने को कहा।

पिरुल घास को साफ कर फायर लाइन बनाने, फायर वाचर और ग्राम प्रहरियों की तैनाती सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। वनों में आग लगाने वाले असामाजिक तत्वों को चिह्नित कर सख्त कार्रवाई करें। ग्रामीण स्तर पर युवाओं, महिलाओं और स्वंय सेवकों को प्रशिक्षण देने और वनाग्नि के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करें। डीएम ने सभी विभागों को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने के भी निर्देश दिए।

चमोली जनपद में ‌वर्ष 2022 में 190.75 हेक्टेयर वन क्षेत्र वनाग्नि की भेंट चढ़ा था। प्रभागीय वनाधिकारी सर्वेश कुमार दुबे ने बताया कि जिल में 506094.473 हेक्टेयर वन क्षेत्र है। जिसमें 161547.25 हेक्टेयर संवेदनशील और 39736.62 हेक्टेयर अति संवेदनशील है। बीते साल जिले में वनाग्नि की 147 घटनाएं हुई। जिसमें 190.75 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ। उन्होंने फायर सीजन को लेकर वन विभाग की तैयारी और उपलब्ध संसाधनों के बारे में भी जानकारी दी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा. ललित नारायण मिश्र, संयुक्त मजिस्टे्रट दीपक सैनी, प्रभागीय वनाधिकारी इंद्र सिंह नेगी, उप प्रभागीय वनाधिकारी पूजा रावत, पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद कुमार शाह, आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी आदि मौजूद रहे।

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