यह है कारण, बुजुर्ग से लेकर युवाओं ने शुरू किया नहर निर्माण कार्य, विभागीय कार्यप्रणाली से आक्रोश-
जोशीमठः नीती घाटी के जुम्मा गांव के ग्रामीणों ने खेतों की सिंचाई के लिए ठेकेदार की ओर से आधी-अधूरी नहर बनाकर छोड़ देने के के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने स्वयं नहर का निर्माण कार्य पूर्ण करने के लिए श्रमदान शुरू कर दिया है। बुजुर्ग से लेकर युवा, महिलाएं नहर निर्माण कार्य में जुटी हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि 2021 में जुम्मा गांव में 100 मीटर नहर निर्माण के लिए जिला योजना से दो लाख रुपये स्वीकृत हुए। ठेकेदार ने गांव में एक छोटा टेंक और आधी-अधूरी नहर बनाकर काम छोड़ दिया। सिंचाई विभाग के अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। सब्जी की बुआई करने के लिए खेतों को पानी की जरुरत थी। ग्रामीणों ने एक जुलाई को गांव में बैठक कर श्रमदान कर नहर का कार्य पूर्ण करने की योजना बनाई, फावड़े, कुदाल के लिए चंदा भी इकट्ठा किया गया।
वन सरपंच बलवीर सिंह, मनोज रावत, ठाकुर सिंह राणा, रणजीत सिंह, चंद्र सिंह, डब्बल सिंह, मान सिंह राणा, रुपा देवी, नीरा, रुकमणी आदि ने बताया कि छह जुलाई से गांव के महिला, बुजुर्गों द्वारा नहर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। अभी तक 20 मीटर नहर का निर्माण कार्य कर लिया गया है, जबकि 80 मीटर नहर का निर्माण होना बाकी है। ग्रामीणों में सिंचाई विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर भी आक्रोश है।