पुलिस और वन विभाग की टीम ने एक आरोपी को भालू की पित्त की थैली के साथ किया गिरफ्तार, आरोप ने उगले कई राज–
गोपेश्वर: पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने वन्यजीव तस्करी के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से भालू की एक पित्त की थैली बरामद हुई है। पुलिस और वन विभाग को मुखबिर से सूचना मिली की कोई व्यक्ति वन्यजीव तस्करी में संलिप्त है। जिस पर पुलिस, एसओजी और वन विभाग की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नंदप्रयाग से गमन सिंह निवासी ग्राम रकुम आंचल नेपाल हाल पता पुरसाड़ी चमोली को पकड़ा। उसके पास से 43 ग्राम भालू की पित्त बरामद हुई है। आरोपी के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसओजी प्रभारी नवनीत भंडारी ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह फांस लगाकर भालू का शिकार करता है और पित्त निकालकर उसे बेचता है।
आरोपी को पकड़ने वालों में एसजोअी प्रभारी उपनिरीक्षक नवनीत भंडारी, चमोली कोतवाली की एसआई पूनम खत्री, एसओजी कांस्टेबल चंदन नगरकोटी, आशुतोष तिवाड़ी, कांस्टेबल पंकज मैखुरी, वन क्षेत्राधिकारी मनोहर बिष्ट, वन आरक्षी जितेंद्र सिंह शामिल रहे। इस वर्ष वन्यजीव तस्करी की यह चौथी घटना है। उच्चहिमालय क्षेत्रों में ठंड बढ़ने और बर्फबारी होने से दुर्लभ वन्यजीव निचले क्षेत्रों में आ जाते हैं, जिसे देखते हुए वन्यजीव तस्कर भी सक्रिय हो जाते हैं। वन्यजीव तस्करी में अधिकांश बाहरी क्षेत्र के मजदूर होते हैं जो स्थानीय लोगों के साथ मिलकर वन्यजीवों की लोकेशन पता कर उनका शिकार कर देते हैं। जबकि वन विभाग की टीमें भी लगातार उच्च हिमालय क्षेत्रों में गश्त कर रही हैं।