अक्षत नाट्य संस्था ने नशामुक्ति पर किया तलब नाटक का मंचन, लोगों को नशामुक्ति की शपथ भी दिलाई–
गोपेश्वर: मैं भी अपने पिता की तरह खूब नशा करूंगा, मेरा भी रुतवा होगा, मां पर रोब जमाऊंगा, खूब झूमकर जिंदगी बिताऊंगा, इसी सोच ने 14 साल के छोटू को नशे की दुनिया में धकेल दिया और चंद सालों में ही छाेटू ने मौत को गले लगा दिया। यह दृष्य है अक्षत नाट्य संस्था की ओर से मंचित तलब नाटक का। रविवार को नशामुक्त भारत अभियान के तहत समाज कल्याण विभाग के तत्वावधान में अक्षत नाट्य संस्था के कलाकारों ने तलब नाटक का मंचन किया, जिसमें नशामुक्ति पर नाटक का मंचन किया गया। इस दौरान आम लोगों को नशे से दूर रहने का आह्वान किया गया।
संस्था के अध्यक्ष विजय वशिष्ठ के निर्देशन में करीब आधा घंटे तक आयोजित तलब नाटक में घर के मुखिया की ओर से अपने छोटे बेटे छोटू से नशे की चीजें मंगवाई जाने लगी तो देखा देखी में बच्चा भी नशे का शिकार हो गया। नशे के कारण गृहक्लेश होने लगा और एक दिन छोटू नशा न मिलने के कारण दम तोड़ देता है। नाटक संपन्न होने के बाद लोगों को नशामुक्ति की शपथ भी दिलाई गई। विजय वशिष्ठ ने कहा कि इस नाटक का उद्देश्य संपूर्ण भारत को नशामुक्त बनाना है।
नाटक में सपना थपलियाल, कलावती रावत, आरती नेगी, सपना, हरिओम, अनिल सती, तीलूरौतेली पुरस्कार से सम्मानित मीना तिवारी, ओम प्रकाश पुरोहित, दीवान सिंह नेगी और महावीर सिंह पंवार ने अभिनय किया।