दुश्वारी: लकड़ी का पुल बहने से तीन महिने से कनोल गांव के ग्रामीण नाप रहे पैदल दूरी–

by | Sep 25, 2024 | आपदा, चमोली, सड़क | 0 comments

छुरागाड में मोटर पुल के निर्माण में देरी पर ग्रामीणों ने जताया आक्रोश, डीएम को सौंपा ज्ञापन, कहा- सड़क न होने से पीठ में ले जा रहे जरुरी सामान–

गोपेश्वर: नंदानगर विकास खंड के सुदूरवर्ती कनोल गांव को सड़क से जोड़ने के लिए छुरागाड में पिछले तीन साल से निर्मित हो रहा मोटर पुल का काम आज भी आधा-अधूरा पड़ा हुआ है, जिससे ग्रामीण अपने गंतव्य तक जाने के लिए लगभग 10 किलोमीटर की पैदल दूरी नाप रहे हैं। छुरागाड में निर्मित लकड़ी का पैदल पुल तीन माह पूर्व बह जाने से ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आधे-अधूरे पुल से ही आवाजाही कर रहे हैं।

ग्रामीणों ने इस संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर पुल निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को निर्देशित करने की मांग उठाई है।

छुरागाड-कनोल (12 किमी) सड़क पर छुरागाड गदेरे पर वर्ष 2021 में मोटर पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ, लेकिन आज तक पुल का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। वाहनों की आवाजाही के लिए ग्रामीणों ने गदेरे पर लकड़ी की अस्थाई पुलिया निर्मित की, लेकिन जुलाई माह में गदेरे का जलस्तर बढ़ने से पुलिस बह गई।

ग्राम प्रधान सरस्वती देवी, महेंद्र सिंह माही, क्षेत्र पंचायत सदस्य कंचन सिंह नेगी, दरवान सिंह, कुशल सिंह, प्रदीप सिंह नेगी, लक्ष्मण सिंह, कुंवर सिंह आदि का कहना है कि ग्रामीणों को आवाजाही में भारी दिक्कतें हो रही हैं। ग्रामीण पीठ पर जरुरी सामान लेकर आधे-अधूरे निर्मित पुल से ही आवाजाही कर रहे हैं। जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है।मजीएसवाई विभाग के अ​धिकारियों के ​खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। जनप्रतिनि​धियों ने इस संबंध में जिला​धिकारी संदीप तिवारी को भी ज्ञापन सौंपा है।

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