अब अतिथिशिक्षकों को धामी कैबिनेट से उम्मीद, 2015 से कार्यरत हैं अतिथि शिक्षक–
देहरादून: माध्यमिक अतिथिशिक्षकों के मानदेय को बढ़ाने की जो उम्मीद थी, वो फिलहाल पूरी नहीं हो पाएगी। अतिथिशिक्षकों का मानदेय 25 हजार रुपये से बढ़ाकर 30 हजार रुपये किए जाने का प्रस्ताव वित्त विभाग ने रद्द कर दिया है।
वित्त विभाग ने माना कि कुछ समय पहले ही अतिथिशिक्षकों का मानदेय 15000 रुपये से बढ़ाकर 25000 रुपये किया गया था, लिहाजा इतनी जल्दी मानदेय नहीं बढ़ाया जा सकता है।
दरअसल, शिक्षमंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने अतिथिशिक्षकों का मानदेय बढ़ाए जाने का प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा था। प्रदेश के सुगम से लेकर दुर्गम विद्यालयों में वर्ष 2015 से अतिथिशिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। पूर्व में प्रतिवादन के हिसाब से अतिथिशिक्षकों को मानदेय दिया जाता था, वर्ष 2018 में उनका मानदेय बढ़ाकर 15000 रुपये किया गया था,
इसके बाद 2021-2022 में मादेय में फिर बढोत्तरी कर इसे 25000 रुपये कर दिया गया था। अतिथिशिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री दौलत जगुड़ी का कहना है कि अतिथिशिक्षकों के पदों को खाली न माने जाने का प्रस्ताव पूर्व में कैबिनेट में आया था, लेकिन इसका शासनादेश नहीं हुआ। उनकी गृह जिलों में तैनाती का मामला भी अभी तक आगे नहीं बढ़ पाया है। मानदेेय के मसले पर अब कैबिनेट से उम्मीद है। कैबिनेट जरुर इस पर अमल करेगी।