13 साल की काम्या कहां है, किस हालत में है, कुछ पता नहीं चल पा रहा है, सुबह पांच बजे आया एवलांच, पढें पूरी खबर–

by | Oct 1, 2021 | चमोली, साहसिक यात्रा | 0 comments

चमोली। पर्वतारोह के लिए माउंट त्रिशूल (7120 मीटर) पर गए नौ सेना के पर्वता‌रोहियों के दल में 13 साल की काम्या कार्तिकेयन भी शामिल थी। इस साहसिक यात्रा में जाने का उत्साह काम्या का सुतोल गांव में ही देखने को मिल गया था। काम्या ने गांव में स्थानीय लोगों को बताया था कि वह महिलाओं के सामने मिशाल कायम करे। पिछले साल काम्या दक्षिण अफ्रिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट एकांकागुआ (7000 मीटर) को फतह कर चुकी है। लेकिन शुक्रवार को सुबह पांच बजे माउंट त्रिशूल से करीब 500 मीटर पहले कैंप थ्री पर अचानक एवलांच आने से दल के कैंप भी तबाह हो गए हैं। घटना में दल के पांच लोग लापता बताए जा रहे हैं। काम्या और उसके पिता कार्तिकेयन सुंदरम कहां है, किस हालत में है, इसका किसी को भी कुछ पता नहीं चल पा रहा है। चमोली जनपद के वन विभाग और जिला प्रशासन को दल की ओर से पर्वतारोहण की कोई सूचना नहीं दी गई थी। जिससे वन विभाग के अधिकारियों को यह पता नहीं चल पा रहा है कि दल में कौन-कौन लोग शामिल थे, उनका टूर प्रोग्राम क्या था आदि। चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि घटना की सूचना के बाद एनडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू के लिए तैयार किया गया है, गौचर में हेलीकॉप्टर को भी अलर्ट कर दिया गया है। मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक से चार लोगों को माउंट त्रिशूल के पर्वतारोहण की अनुमति मिली थी। इनमें नौ सेना के कमांडर कार्तिकेयन सुंदरम, उनकी 13 वर्षीय बेटी काम्या कार्तिकेयन, निहार संदीप शौले और आदित्य गुप्ता शामिल थे। काम्या का त्रिशूल फतह करने का सपना फिलहाल अधूरा ही रह गया है। अब शनिवार को निम और भारतीय सेना का दल ट्रेकिंग और हवाई मार्ग से प्रभावित क्षेत्र में पहुंचेगा, उसके बाद ही हादसे की जानकारी मिल सकेगी। यह भी तभी संभव है, जब प्रभावित क्षेत्र में मौसम सामान्य होगा। 

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