बदरीनाथ धाम में पढ़ी गई नमाज, विहिप, बजरंग दल में गुस्सा, पुलिस जांच में जुटी–

by | Jul 21, 2021 | चमोली, धर्म | 0 comments

 गोपेश्वर। हिंदूओं के आस्था के केंद्र बदरीनाथ में एक समुदाय के लोगों की ओर से ईद की नमाज पढ़ने की चर्चा है। इस पर स्थानीय लोगों के साथ ही हिंदूओं में गुस्सा है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को गोपेश्वर पहुंचे राज्य के पर्यटन मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज को ज्ञापन सौंपकर धाम में नमाज अदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है। उन्होंने मांग की कि इस मामले की जल्द से जल्द जांच कराकर ऐसे कार्य करने वालों के खिलाफ कठोर कर्रवाई होनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो वह उग्र आंदोलन शुरू कर देंगे। कोरोना संक्रमण की गाइड लाइन के चलते बदरीनाथ धाम की यात्रा अभी तक भी शुरू नहीं हो पाई है। बुधवार को बदरीनाथ धाम में एक समुदाय विशेष के लोगों की ओर से पवित्र धाम में नमाज अदा करने की सूचना सोशल मी‌डिया पर तेजी से फैल गई। सभी लोगों के मोबाइल फोन पर नमाज पढ़े जाने का मैसेज तैरने लगा, तो विहिप ओर बजरंग दल से जुड़े स्वयं सेवकों में उबाल आ गया। विहिप के अध्यक्ष राकेश चंद्र मैठाणी, हरि प्रसाद ममगाईं, देवी प्रसाद देवली, पवन राठौर, अतुल शाह, शंभु प्रसाद पंत, हर्ष प्रसाद चमोली और वेद प्रकाश भट्ट ने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया है कि बदरीनाथ धाम में ईद की नमाज पढ़ी गई। धाम में तीर्थ यात्रा पूरी तरह से बंद है। किसी को भी बदरीनाथ के दर्शनों की अनुमति नहीं है, ऐसे में एक समुदाय के लोगों की ओर से कैसे धाम में ईद की नमाज पढ़ी जा रही है। इसका विरोध किया जाएगा।
इधर, चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने कहा कि कतिपय लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर श्री बद्रीनाथ धाम में नमाज पढ़ने का संदेश भ्रामक तरीके से फैलाया जा रहा है, जो कि पूर्ण रूप से तथ्यहीन है। जबकि सत्यता यह है कि श्री बद्रीनाथ धाम में आस्था पथ नामक संस्था की पार्किंग का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसमें कार्य कर रहे एक समुदाय के मजदूरों द्वारा आज ईद के त्यौहार के अवसर पर बंद कमरे में लाउडस्पीकर का प्रयोग किये बिना, एवं मौलवी की अनुपस्थिति में तथा कोरोना गाइड लाइन व नियमों का पालन करते हुए नमाज पढ़ी गयी है।        तथाकथित इन आरोपों की जांच हेतु संबंधित को निर्देशित किया गया है, यदि उनके द्वारा नियमों का उल्लंघन करना पाया जाता है तो उनके विरुद्ध डीएम एक्ट में कार्यवाही की जाएगी। आम जनमानस से अपील है कि कृपया बिना सत्यता जाने इस प्रकार के भ्रामक संदेश सोशल मीडिया पर प्रसारित कर सांप्रदायिक भेदभाव की भावना को बढ़ावा ना दें। 

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