पैदल मार्ग पर 80 मजदूर कर रहे बर्फ साफ, मंदिर परिसर और मंदिर मार्ग बर्फ से ढके-
रुद्रप्रयागः जिला प्रशासन के निर्देशन में जिला आपदा प्रबंधन की टीम ने केदारनाथ और आस्था पथ पर बर्फबारी का निरीक्षण किया। केदारनाथ आस्था पथ पर बर्फ हटाने के लिए 80 मजदूर लगाए गए हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार के नेतृत्व में चार सदस्यीय दल ने केदारनाथ पहुंचकर वहां बर्फ का आकलन किया। पैदल मार्ग पर रामबाड़ा से केदारनाथ तक 6 से 9 फीट तक बर्फ है। मंदिर परिसर व मंदिर मार्ग बर्फ से ढके हुए हैं। जबकि पैदल मार्ग पर रामबाड़ से लिनचोली के बीच कई जगहों पर पसरे विशालकाय हिमखंड तेजी से खिसक रहे हैं, जिससे आवाजाही खतरे से खाली नहीं है। इस दौरान डीडीएमओ ने बर्फ की सफाई में जुटे मजदूरों को भी सकर्तकता के साथ काम करने को कहा।
जिलाधिकारी मनुज गोयल के निर्देश पर बीते शनिवार को डीडीएमओ नंदन सिंह रजवार, मास्टर ट्रेनर राजविंदर सिंह रावत, डीडीआरएफ के ललित सेमवाल व सुनील राणा केदारनाथ के लिए रवाना हुए थे। गौरीकुंड से रामबाडा पहुंचने के बाद ये चारों लोग जैसे-तैसे लिनचोली तक पहुंच पाए। यहां पैदल मार्ग पूरी तरह से बर्फ से ढका हुआ है। साथ ही हिमखंड जोन अति संवेदनशील बना हुआ है, जिस कारण आगे आवाजाही करना मुश्किल था। लिनचोली में ही गढ़वाल मंडल विकास निगम के हट्स पर रात्रि प्रवास के बाद बीते रविवार को जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी रजवार स्वयं ही केदारनाथ तक पहुंचे और वहां बर्फ का जायजा लिया। बताया कि लिनचोली से केदारनाथ तक चारों तरफ बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है। यहां अनुमानित छह से 9 फीट तक बर्फ जमा है, जिस पर आवाजाही करना खतरे से खाली नहीं है।
उन्होंने बताया कि रामबाड़ा के बाद टीएफ चट्टी, भैरव गदेरा, हथनी गदेरा सहित अन्य स्थानों पर छोटे-बड़े हिमखंड तेजी से नीचे की तरफ खिसक रहे हैं, जिससे खतरा बना है। उन्होंने बताया कि भोजन व पानी के अभाव में उन्होंने लिनचोली में दो दिन और दो रातें बिस्कुट के सहारे गुजारी हैं। उन्होंने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लोनिवि के 80 मजदूर रामबाड़ा से छोटी लिनचोली के बीच बर्फ सफाई में जुटे हैं। रास्ते में 5 से 8 फीट तक बर्फ है, जिस काटकर मजदूरों के द्वारा आवाजाही के लिए रास्ता तैयार किया जा रहा है। इधर, डीडीएमए-लोनिवि के अधिशासी अभियंता प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि इसी सप्ताह से मजदूरों की संख्या बढ़ाई जाएगी, जिससे समय पर केदारनाथ तक पहुंच हो सके।
केदारनाथ की यात्रा शुरू होने से पहले आस्था पथ के साथ ही मंदिर परिसर से बर्फ हटाना जिला प्रशासन के लिए किसी चुनौति से कम नहीं है। मजदूर आस्था पथ से बर्फ हटासकर रास्ता साफ करने में जुटे हैं। पिछले दो सालों से कोरोना संक्रमण के बावजूद भी केदारनाथ में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा था। इस बार स्थिति सामान्य है, लिहाजा केदारनाथ में तीर्थयात्रियों की संख्या में ईजाफा होने की उम्मीद है।