ट्रेड फेयर को बताया अवैधानिक मेला, शांति भंग होने की आशंका, डीएम, एसपी को सौंपा विरोध का अल्टीमेटम–
गोपेश्वरः गोपेश्वर के व्यापारियों ने नगर में आयोजित होने जा रहे ट्रेड फेयर का खुलआम विरोध किया है। विरोध में नगर के अधिकांश व्यापारी आ गए हैं। व्यापारियों का कहना है कि मेले से उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने इस संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा है।
व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष अनूप पुरोहित, नगर महामंत्री आयुष चौहान, धर्मेंद्र सिंह, मनोज नेगी, मनमोहन चतुरा, रिहान, नईम अहमद, नीरज बिष्ट, रजत अग्रवाल, नवल किशोर, संजय सिंह, केदार सिंह आदि ने कहा कि ट्रेड फेयर मेला लगने से स्थानीय मेलों का अस्तित्व भी समाप्त हो रहा है। कोरोना महामारी के दौरान नगर के व्यापारियों ने जरुरतमंदों को मदद पहुंचाई। अभी तक भी व्यापारी कोरोना के दौरान हुए घाटे से उभर नहीं पाए हैं।
ऑनलाइन व्यापार ने भी करीब 50 प्रतिशत तक बाजार पर कब्जा जमा दिया है। यदि ऐसे हालत में मैदानी क्षेत्र के लोगों की ओर से ट्रेड फेयर मेला आयोजित किया जाता है, तो स्थानीय व्यापार चौपट हो जाएगा। इन ट्रेड फेयरों द्वारा स्थानीय स्तर पर लगने वाले सांस्कृतिक, पौराणिक और लोक विरासतीय मेलों को भी पूर्ण रुप से ध्वस्त एवं विक्षत कर दिया जाता है।
हमारी सांस्कृतिक विरासत भी लुप्तप्राय के कगार पर ला खड़ा कर दिया गया है। व्यापार मंडल का स्थानीय प्रशासन से अनुरोध है कि इन अवैधानिक मेलों पर पूर्ण रुप से पाबंदी लगाई जाए और इनके संचालन की अनुमति किसी भी प्रकार से न दी जाए।
यदि प्रशासनिक स्तर पर इसकी अनुमति दी जाती है तो स्थानीय व्यापारी अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों को अनिश्चित समय के लिए बाजार बंद कर देंगे और सड़कों पर कड़ा विरोध किया जाएगा। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।