चमोली: मनरेगा से होता काम तो छह महिने लग जाते, महिलाओं ने दो दिन में ही बना दिया पैदल रास्ता–

by | Aug 4, 2024 | चमोली, ब्रेकिंग | 0 comments

भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हो गया था रास्ता, 50 मीटर रास्ते का श्रमदान कर किया निर्माण, मिली राहत–

नंदप्रयाग(चमोली):खड़गोली गांव के ग्रामीणों ने भूस्खलन से टूटे पैदल रास्ते का निर्माण कार्य श्रमदान कर पूरा कर दिया है। गांव को जोड़ने वाला पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में परेशानी हो रही थी। ग्राम प्रधान और अन्य जनप्रतिनि​धियों ने रास्ते के निर्माण के लिए प्रशासन से गुहार लगाई, लेकिन तत्काल कोई काम न होने पर गांव की महिलाओं और पुरुषों ने स्वयं ही श्रमदान कर गांव के रास्ते का निर्माण कर दिया।

बता दें कि कर्णप्रयाग विकास खंड के खड़गोली गांव में 45 परिवार निवास करते हैं। बीते 24 जुलाई को भारी बारिश के दौरान गांव का एकमात्र पैदल रास्ता शुरूआत में ही करीब 50 मीटर तक ध्वस्त हो गया, जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा था। स्कूली बच्चे भी भूस्खलन वाले रास्ते से ही जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे थे। परेशानी को देखते हुए ग्राम प्रधान गोविंद सिंंह रावत व ग्रामीणों ने रास्ते के निर्माण के लिए प्रशासन से गुहार लगाई, लेकिन तत्काल रास्ता बनने की दिशा में कोई कदम नहीं उठा तो ग्रामीणों ने स्वयं ही श्रमदान से रास्ते के निर्माण की योजना बनाई। रास्ता निर्माण के लिए अधिकांश महिलाएं आगे आई।

ग्राम प्रधान गोविंद सिंह का कहना है कि रास्ता क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण बाजार भी नहीं जा पा रहे थे। स्कूली बच्चों को भी दिक्कतें हो रही थी। जिला प्रशासन को आपदा मद में रास्ते के निर्माण की गुहार लगाई। आपदा की टीम रास्ते का निरीक्षण करने भी पहुंची, लेकिन रास्ते के निर्माण की दिशा में कोई काम नहीं हुआ। जिसे देखते हुए ग्रामीणाें ने स्वयं ही रास्ता निर्माण का फैसला लिया और दो दिन में ही 50 मीटर तक रास्ते का निर्माण कर दिया। इस मौके पर महिला मंगल दल की कोषाध्यक्ष गुड्डी देवी, मनोरमा देवी, शांता देवी, सतेश्वरी, राजेश्वरी, सुमन, चंद्रकला देवी के साथ ही कई ग्रामीणों ने सहयोग किया।

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