पिछले सात-आठ सालों से 100 नाली से अधिक भूमि भूस्खलन से हो चुकी बर्बाद, आपदा प्रभावितों ने जिलाधिकारी से लगाई सुरक्षा की गुहार–
पोखरी (चमोली), 08 जून 2025: भूस्खलन से चंद्रशिलाकांडई गांव को खतरा बना हुआ है। गांव के नीचे घटधार और कुनलातोक में कई सालों से भूस्खलन हो रहा है। इससे यहां 100 नाली से अधिक भूमि बर्बाद हो चुकी है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर इस क्षेत्र में सुरक्षात्मक कार्य करवाने की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है कि सात-आठ साल से यहां घटधार और कुनलातोक में निगोमती नदी से लगातार हो रहे कटाव से जबरदस्त भूस्खलन हो रहा है। इससे ग्रामीणों की करीब 60 नाली और वन पंचायत की करीब 50 नाली भूमि बर्बाद हो चुकी है। सैकड़ोंपेड़ नष्ट हो चुके हैं जबकि कई पेड़ आधे झुक गए हैं।
ग्रामीणों का जंगल जाने का पुश्तैनी पैदल रास्ता भी टूट चुका है। भूस्खलन हर बरसात में बढ़ता जा रहा है और गांव की तरफ बढ़ रहा है। यदि जल्द इसे रोकने के लिए उपाय नहीं किए गए तो पूरे गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडाने लग जाएगा। इसको लेकर ग्रामीण कई बार शासन-प्रशासन को लिख चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। उन्होंने निगोमती नदी किनारे से पक्के चेकडैम और सुरक्षा दीवार सहित अन्य उपाय करने की मांग की है।
गांव के निवर्तमान ग्राम प्रधान नवीन राणा, महिला मंगलदल अध्यक्ष रश्मि राणा, पूर्व प्रधान मनोरमा भंडारी, गंगोत्री देवी, तारा देवी, गोविंद भंडारी, हर्षवर्धन राणा, लखपत राणा, देवेंद्र सिंह, मदन सिंह, बचन सिंह, भरत सिंह, योेंद्र सिंह, कमल सिंह के साथ ही अन्य ग्रामीणों का कहना है कि बारिश होने पर ग्रामीणों में दहशत रहती है।