हेलिकॉप्टर हादसा: सुबह 6 से 7 बजे वाला स्लॉट हुआ था आवंटित, कंपनी ने सुुबह 5 बजकर 11 मिनट पर ही उड़ा लिया हेलिकॉप्टर, पढ़ें पूरी खबर–

by | Jun 16, 2025 | ब्रेकिंग, रूद्रप्रयाग | 0 comments

हेलिकॉप्टर हादसा: सुबह 6 से 7 बजे वाला स्लॉट हुआ था आवंटित, कंपनी ने सुुबह 5 बजकर 11 मिनट पर ही उड़ा लिया हेलिकॉप्टर, पढ़ें पूरी खबर–

हेली कंपनी के इन दो प्रबंधकों पर लापरवाही का मुकदमा हुआ दर्ज, पढ़ें कब-कब हुए हेलिकॉप्टर हादसे–

रुद्रप्रयाग, 15 जून 2025: केदारनाथ यात्रा में असहाय और धनाड्य सवारियों को केदारनाथ पहुंचाने के लिए संचालित हो रही हेलिकॉप्टर सेवा का हाल शुरुआती दौर से ही खराब रहा। ​स्थिति यह है कि पिछले 12 साल में छह हेलिकॉप्टर हादसे केदारनाथ रुट पर हुए और 38 लोगों ने अपनी जान गंवायी। गौरीकुंड से केदारनाथ तक 16 किलोमीटर क्षेत्र पूरा संकरी घाटी, घने जंगल और ऊंची पहाड़ियों से ​घिरा हुआ है।

इसी घाटी में हेलिकॉप्टर उड़ान भरते हैं। यहां कब बारिश हो जाए और कब घना कोहरा छा जाता है, इसकी पहले भविष्यवाणी नहीं होती है। ऐसी ​स्थिति में यहां हेलिकॉप्टर सेवा का संचालन हमेशा से ही संवेदनशील रहता है।

15 जून को हुए हेलिकॉप्टर हादसे के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसके जांंच के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री ने लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हेलिकॉप्टर उड़ाने के लिए उन्हीं पायलटों को अनुमति दी जाएगी जिनका उच्च हिमालय क्षेत्रों में हेली उड़ाने का दीर्घकालीन अनुभव होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डीजीसीए के निर्धारित गाइडलाइन को और सख्त बनाया जाए। हिमालय क्षेत्रों में अ​धिक संख्या में मौसम पूर्वानुमान के अत्याधुनिक उपकरण लगाने के निर्देश भी दिए गए। जिससे मौसम की सटीक जानकारी मिल सके। इधर, हेली कंपनी के दो प्रबंधकों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आर्यन कंपनी के दो मैनेजरों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। फाटा के राजस्व उप निरीक्षक ने कंपनी के ​खिलाफसोनप्रयाग पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया है कि लापरवाही से यह हादसा हुआ है।

हेलिकॉप्टर हादसे के कारण भले ही खराब मौसम को बताया जा रहा है, लेकिन डीजीसीए के नियमों की अनदेखी को भी इसका कारण माना जा रहा है। इस संबंधं में दी गई तहरीर में कहा गया है कि सुबह 5 बजकर 24 मिनट पर आर्यन हेली कंपनी को सुबह 6 से 7 बजे वाला स्लॉट आवंटित हुआ था, पर कंपनी ने हेलिकॉप्टर को सुबह 5 बजकर 11 बजे ही उड़ाना शुरु कर दिया था, केदारनाथ से वापसी में सुबह 5 बजकर 24 मिनट पर हादसा हो गया।

तहरीर में कहा गया कि डीजीसीए और यूकाड़ा ने जारी एसओपी में फ्लाइंग स्लॉट के हिसाब से उड़ान भरने को कहा था, इस बारे में आर्यन एबिएशन के बेस मैनेजर विकास तोमर और एकाउंटेंट मैनेजर कौ​शिक पाठक ने अनदेखी की, जो दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही है।

फाटा राजस्व उप निरीक्षक ने हादसे में सात लोगों की मौत के लिए कंपनी के दोनों मैनेजरों को सीधे तौर पर जिम्मेदार माना है। उनके ​खिलाफ भारतीय दंड संहिता की 28/2025 धारा 105 भारतीय न्याय संहिता 2023 और धारा 10 वायुयान अ​धिनियम 1934 बनाम विकास तोमर और कौ​शिक पाठक के ​खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

केदारनाथ घाटी में कब-कब हुए हेलिकॉप्टर हादसे-

21 जून 2013- केदारनाथ से लौटते वक्त जंगलचट्टी की पहाड़ी से टकराने से एक हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था, जिसमें पायलट की मौत हो गई थी।

24 जून को केदारनाथ सेेगुप्तकाशी लौट रहे हेलिकॉप्टर के क्रैश होने से पायलट और इंजीनियर की मौत हो गई थी।

25 जून 2013 को केदारनाथ से लौटते समय गौरीकुंड की पहाड़ियों पर सेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर टकराकर क्रैश हो गया था, जिसमें 20 सैन्य अ​धिकारी व जवान शहीद हो गए थे।

18 अक्टूबर 2022 को छह यात्रियों को लेकर केदारनाथ से गुप्तकाशी-मस्ता लौट रहा आर्यन कंपनी का हेलिकॉप्टर कोहरे के कारण पहाड़ी से टकराने से क्रैश हो गया था, इसमें पायलट समेत 7 लोगों की मौत हुई थी।

23 अप्रैल 2023 को केदारनाथ हेलिपेड पर हेलिकॉप्टर के टेल रोटर की चपेट में आने से यूकाडा के वित्त अ​धिकारी की मौत हो गई थी।

15 जून 2025 को गौरी माई खर्क में हेलिकॉप्टर क्रैश होने से पायलट सहित 7 लोगों की मौत हुई।

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