सेवारत विद्यालयों में ही स्थाई नियुक्ति दिए जाने की मांग उठाई, मांग न मानने पर आंदोलन की दी चेतावनी–
गोपेश्वरः शिक्षा मंत्री के बयान से माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ में गुस्सा है। संघ की चमोली शाखा ने शिक्षा मंत्री के उस बयान पर कड़ा विरोध दर्ज किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों पर केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर अस्थाई दैनिक मानदेय पर शिक्षकों की तैनाती की जाएगी।
नाराज अतिथि शिक्षकों ने इस बयान के विरोध में मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन भी किया। उन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षक 2015 से विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को उच्च स्तर तक पहुंचाने के लिए निरंतर अपना योगदान दे रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से उनकी स्थाई नियुक्ति की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की जा रही है। मांग की गई कि शीघ्र अतिथि शिक्षकों को संबंधित विद्यालयों में ही स्थाई नियुक्ति दी जाए, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित हो सके।
अतिथि शिक्षक संंघ की ब्लॉक अध्यक्ष ज्योति कपरुवाण, त्रिभुवन नेगी, बीएस झिंक्वाण, प्रभात रावत, भूपेंद्र डुंगरियाल, गायत्री राणा, ममता नेगी, सरिता, देवेंद्र कनेरी आदि ने कहा कि सरकार और शिक्षा मंत्री की ओर से उन्हें कई बार आश्वासन दिया गया कि उनके भविष्य को लेकर सरकार चिंतित है, वहीं अतिथि शिक्षकों के समायोजन का रास्ता भी बंद करने की तैयारी की जा रही है।
अतिथि शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि यदि उनके सुरक्षित भविष्य को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो प्रदेश के समस्त अतिथि शिक्षक सड़कों पर आंदोलन शुरू कर देंगे। कहा गया कि अतिथि शिक्षक पूरे मनोयोग से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सात साल से स्थाईकरण की मांग उठा रहे हैं। अब निर्णायक लड़ाई का समय आ गया है।