मकानों से लेकर जमीन में पड़ी बड़ी-बड़ी दरारें, लोगों में दहशत का माहौल, जमीन के अंदर से लेकर बाहर तक मची उथल-पुथल–
जोशीमठः जोशीमठ नगर प्राचीन, आध्यात्मिक और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। लेकिन नगर के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। नगर में जगह-जगह से हो रहा भू धंसाव लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे नगर के लोगों में दहशत है। भू-धंसाव पर प्रशासन से लेकर शासन तक अलर्ट मोड़ में आ गए हैं। मंगलवार को जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने जोशीमठ नगर से लेकर मारवाड़ी तक भू-धंसाव का गहनता के साथ निरीक्षण किया।
नगर में हो रहे भू धंसाव की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने सिंचाई विभाग को अलकनंदा किनारे करीब डेढ किमी लंबी सुरक्षा दीवार बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इंजीनियरों की निगरानी में तुरंत नगर में सुरक्षात्मक कार्य शुरू करने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मंगलवार को जोशीमठ नगर में हो रहे भू धंसाव का स्थलीय निरीक्षण किया। डीएम ने भू-धंसाव से प्रभावित एक-एक घर का निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर मौजूद सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जोशीमठ में ड्रेनेज प्लान के लिए शीघ्र डीपीआर तैयार करने और जल्द से जल्द सुरक्षात्मक कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। मारवाड़ी से विष्णुप्रयाग तक करीब डेढ किमी क्षेत्र में नदी क्षेत्र से हो रहे भू कटाव को रोकने के लिए आपदा न्यूनीकरण में सुरक्षा दीवार का प्रस्ताव देने को कहा है। इंजीनियरों से परामर्श लेकर तात्कालिक तौर पर सुरक्षात्मक कार्य शुरू करने के निर्देश भी दिए गए।
इस दौरान जोशीमठ नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार, एसडीएम कुमकुम जोशी, भूगर्भ विशेषज्ञ दीपक हटवाल, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता अनूप कुमार डिमरी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी, तहसीलदार रवि शाह आदि मौजूद रहे।