उत्तरायणी पर्व पर धर्ममयी हुआ सिल्ला गांव–
अगस्त्यमुनिः उत्तरायणी पर्व के पावन अवसर पर साणेश्वर महाराज की पावन तपस्थली सिल्ला भट्टकोटी में श्रीमद भागवत महापुराण कथा का शुभारंभ हो गया है। विधि-विधान से शुभ मुहुर्त पर मंगलाचरण के साथ यह धार्मिक अनुष्ठान शुरु हुआ। अनुष्ठान के मुख्य आयोजक जगदंबा प्रसाद भट्ट और सर्वेशानंद भट्ट हैं। इनके द्वारा अपनी माता जी के एकोदिष्ट श्राद्घ पर यह ज्ञान यज्ञ आयोजित किया जा रहा है।
श्रीमद भागवत महापुराण कथा आयोजन का प्रवचन कर रहे पूज्य व्यास आचार्य हिमांशुधर सेमवाल ने प्रथम दिवस हरि संकीर्तन के साथ कथा शुरु की। उन्होंने भक्ति, ज्ञान और वैराग्य के अलावा वृंदावन धाम की महत्ता, भगवान शंकर द्वारा माता पार्वती की अमर कथा का व्याख्यान किया।
भगवान शिव ने माता पार्वती को अमर कथा के प्रभाव से शुखदेव जी महाराज जी का शादुर्भाव, देवर्षि नारद द्वारा सनत्कुमारों के मुख से बदरीनाथ में श्रीमदभागवत कथा का श्रवण, आत्मदेव, धुंधुली, धुंधकारी और गौकर्ण जी महाराज की कथा सुनाई। धुंघकारी का प्रेत योनी से गोलोक धाम गमन का सुंदर वर्णन भी किया।
श्रीमद भागवत के अनुष्ठान की विधि कथा अधिकारी, गृहस्थ के पति पत्नी के गुणों के साथ आरती के साथ ही प्रथम दिवस की कथा संपन्न हुई। इस धार्मिक अनुष्ठान से सिल्ला भट्टकोटी ही नहीं, अपितु पूरी ग्राम पंचायत धन्य हो रही है।